(राजनीति में धर्म आधारित लामबंदी साम्प्रदायिकता को दे रही चिंगारी, सांप्रदायिक पूर्वाग्रहों को रोजमर्रा की जिंदगी में काउंटर करने की जरूरत।) साम्प्रदायिकता हमारे देश में लोकतंत्र के लिए प्रमुख चुनौतियों में से एक थी और अब भी है। सांप्रदायिकता विभिन्न रूप ले सकती है जैसे बहुसंख्यक प्रभुत्व, धार्मिक पूर्वाग्रह और …
Read More »चाक चौबन्द प्रशासनिक व्यवस्था के बीच सम्पन्न हुई अलविदा की नमाज़
फर्रुखाबाद। (आवाज न्यूज ब्यूरो) जिले की सभी बड़ी मस्जिदों में चाक चौबन्द प्रशासनिक व्यवस्था के बीच अलविदा की नमाज़ आज रमज़ान के आखिरी जुमे के दिन शान्ति पूर्वक सम्पन्न हुई। मुख्य नमाज़ शहर की जामा मस्जिद में सम्पन्न हुई। इस दौरान प्रशासन पूरी तरह चाक चौबंद रहा और उसने हर …
Read More »सांस्कृतिक और संस्कारिक एकता के मूल आधार है हमारे सामाजिक त्यौहार : डॉ सत्यवान सौरभ
हिंदुस्तान त्योहारों का देश है। त्योहार हमको सामाजिक और संस्कारिक रूप से जोड़ने का काम करते हैं। हमारी सांस्कृतिक और संस्कारिक एकता ही भारत की अखंडता का मूल आधार है। ‘‘व्रत -त्यौहारों के दिन हम देवताओं का स्मरण करते हैं, व्रत, दान तथा कथा श्रवण करते हैं, जिससे व्यक्तिगत उन्नति …
Read More »होली एंव शब्बेरात पर्व पर सुरक्षा व्यवस्था परखने निकले एसपी ने नगर क्षेत्र में किया भ्रमण
फर्रुखाबाद।(आवाज न्यूज ब्यूरो) रंगो के त्यौहार होली एंव शब्बेरात पर्व की सुरक्षा व्यवस्था परखने निकले एसपी ने नगर क्षेत्र का भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जाएजा लिया।पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने मातहतों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि कल रंगो के त्यौहार होली एंव शब्बेरात पर्व पर …
Read More »एफएसडब्लू वाहन से अधिकारियों ने 25 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर जांचे नमूने,7 फेल
फर्रुखाबाद।(आवाज न्यूज ब्यूरो) जनपद में मिलावट खोरों के विरुद्ध छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है जिसके क्रम में आज एफएसडब्लू वाहन एफएसडीए अधिकारी डा0 शैलेन्द्र रावत व आशीष कुमार वर्मा ने 25 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर नमूने जांचे। जिसके अंतर्गत तीन प्रतिष्ठानों के 7 नमूने फेल आये।जिसमें मनोज मिष्ठान भण्डार …
Read More »पशु चिकित्सा को चिकित्सा की जरूरत
सूदूर ग्रामीण क्षेत्रों में पशुधन को पशु चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही नये पशु अस्पतालों का निर्माण और उनमें आवश्यक स्टाफ की नियुक्ति, आवश्यक दवाईयों की उपलब्धता,हर पशु का बीमा, खण्ड स्तर पर पशु धन मेलों का आयोजन और पालकों को हरसंभव मदद मुहैया करवाकर …
Read More »गांव बड़वा की शान है नब्बे वर्षीय रामचंद्र बसेवाल
( नब्बे की उम्र पाते रामचंद्र बसेवाला बुढ़ापा पेंशन भी नहीं लेते। वे इस पेंशन को मेहनत की नेक कमाई नहीं मानते। इसलिए ये पैसा लेने का मन नहीं करता इनका। जो है उसी में संतोष करते है, बिल्कुल साधा जीवन जीते है, अपने कपड़े खुद सिलते है, ऐसा भी …
Read More »रोज डे (7 फरवरी) : रचनात्मक विचारों के साथ, अपनों को गुलाब दें : प्रियंका सौरभ
जो लोग उत्साह को और भी फैलाना चाहते हैं, वे एक दर्जन या दो गुलाब खरीदने और फिर उन्हें एक-एक करके, अजनबियों को देने पर विचार कर सकते हैं। शायद यह सही समय होगा कि कुछ अभ्यास करने के लिए रैंडम एक्ट्स ऑफ काइंडनेस डे का नेतृत्व करें और लोगों …
Read More »रामचरित मानस पर विवाद, राजनीतिक फसाद
दरअसल आजकल लोग जातिवाद के चलते चौपाई और श्लोकों के गलत अर्थ निकालने लगे हैं। उसके संदर्भ को काटकर वे उसके भाव को नहीं पकड़ते हैं। प्राचीन काल के गुरुकुल में हर जाति और संप्रदाय का व्यक्ति पढ़कर उच्च बनता था। वेदों को लिखने वाले ब्राह्मण नहीं थे। वाल्मीकि रामायण …
Read More »खेलों के पीछे शर्मनाक खेल – प्रियंका सौरभ
देश के जो खिलाड़ी विदेशी सरजमीं पर तिरंगे का मान बढ़ाते आए हैं। उन्हें अपने अधिकारों के लिए जंतर मंतर पर धरना देना पड़ रहा है। क्या ऐसे देश खेलों में आगे बढ़ेगा जहां लगातार खेल दुनिया में यौन उत्पीड़न के विवाद बढ़ते जा रहे हैं। देश को मेडल दिलाने …
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