बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) किसानों को नैनो यूरिया का इस्तेमाल करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड की ओर से एक होटल में कार्यक्रम किया गया। जिसमें किसानों को नैनो यूरिया का इस्तेमाल करने के लिए जागरूक करते हुए उसके फायदे भी बताए गए।
सरायमीरा में पूर्वी बाईपास स्थित एक होटल में इफको की ओर से किसानों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां इफको के क्षेत्रीय अधिकारी मानसिंह ने बताया कि जिले में इफको की खाद वितरण समिति है। किसानों को सीजन से पहले प्रशिक्षण दिया जाता है। योजनाओं के बारे में भी बताया जाता है। उन्होंने बताया कि पहली बार नैनो यूरिया का निर्माण किया गया है। जिसका कम मात्रा में इस्तेमाल करके किसान फसल की अच्छी उपज ले सकता है। उन्होंने बताया कि 500 एमएल नैनो यूरिया एक बोरी यूरिया खाद के बराबर काम करेगी। इसके उपयोग से किसान को लाभ होगा और फसल उत्पादन भी बेहतर होगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानों को बताया गया कि नैनो यूरिया लांच करने से पहले 11 हजार बार उसका ट्रायल किया गया। इन ट्रायल में 3 साल का वक्त लग गया। जिसके बाद वर्ष 2022 में इसको बिक्री के लिए लांच किया गया। नैनो यूरिया नैनो टेक्नोलॉजी पर आधारित है। किसान इसका छिड़काव ड्रोन के माध्यम से भी फसलों पर कर सकता है।
इफको के क्षेत्रीय अधिकारी मानसिंह ने बताया कि खाद का इस्तेमाल करने से जमीन खराब होती है। वातावरण और जल भी दूषित होता है। लेकिन यदि नैनो यूरिया का किसान इस्तेमाल करेंगे तो इन सब नुकसान से बचाव किया जा सकेगा। खाद के इस्तेमाल से होने वाले नुकसान को बचाने के लिए ही नैनो यूरिया को लांच किया गया है।