प्रयागराज के धार्मिक स्थलों को महाकुंभ से पहले विकसित करेगी योगी सरकार

लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो) उत्तर प्रदेश के संगम नगरी प्रयागराज में धार्मिक स्थलों का महाकुंभ 2025 से पहले विकास होगा. यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार धार्मिक स्थलों का विकास कराएगी। इसके लिए पर्यटन विभाग ने 40 करोड़ की धनराशि जारी की है। कल्याणी देवी मंदिर और तक्षक तीर्थ सहित अन्य मंदिरों का विकास होगा। इसमें महर्षि भारद्वाज आश्रम, द्वादश माधव मंदिर और पंचकोषी परिक्रमा पथ का भी विकास होगा।
योगी सरकार अलोपशंकरी देवी, पड़िला महादेव मंदिर, दुर्वासा ऋषि आश्रम सहित दूसरे धार्मिक स्थलों को भी विकसित करेगी। इसके लिए कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह से मुलाकात की। मंत्री नंदी ने पर्यटन मंत्री से मुलाकात कर प्रस्ताव रखा था। नंदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महाकुंभ 2025 का भव्य आयोजन होगा। महाकुंभ की तैयारी अभी से शुरू हो गई है।
वहीं महाकुंभ 2025 के दौरान विशाल टाउनशिप में स्थापित किए जाने वाले पुलिस स्टेशनों के नाम शहीदों और प्रमुख धार्मिक हस्तियों के नाम पर रखा जाएगा। प्रयागराज कमिश्नरेट महाकुंभ के 25 क्षेत्रों में स्थापित होने वाले सभी 40 पुलिस स्टेशनों का नाम बदलकर महान और प्रसिद्ध हस्तियों के नाम पर करने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है, जिसका उद्देश्य मेगा धार्मिक यात्रा पर आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ना है।
महाकुंभ में लगभग 40 करोड़ तीर्थयात्रियों और श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, इसलिए प्रयागराज पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारी सुरक्षा योजनाओं का मसौदा तैयार करने के साथ-साथ पुलिस स्टेशनों के नाम बदलने में भी व्यस्त हैं। कुछ सुझाए गए नामों में अखाड़ा थाना, भारद्वाज थाना, गंगेश्वर महादेव, कल्पवासी थाना, अक्षयवट थाना, महामंडलेश्वर थाना, संस्कृति धाम थाना, अन्न क्षेत्र थाना, नागबुस्की, नारायणी आश्रम और आचार्य नगर आदि शामिल हैं।
बता दें कि महाकुंभ 2025 की उलटी गिनती आधिकारिक रूप से मुख्य स्नान पर्वों की तारीखों की घोषणा करने वाले होर्डिंग के साथ शुरू हो गई है। मेला 13 जनवरी, 2025 को पौष पूर्णिमा के स्नान पर्व के साथ शुरू होगा, इसके बाद 14 जनवरी को मकर संक्रांति शाही स्नान और 29 जनवरी को मौनी अमावस्या स्नान पर्व होगा। इस मेले का तीसरा और अंतिम शाही स्नान बसंत पंचमी का स्नान पर्व 3 फरवरी, 2025 को होगा। अचला सप्तमी का स्नान 4 फरवरी को होगा और माघी पूर्णिमा का स्नान 12 फरवरी को होगा। महाशिवरात्रि का अंतिम आधिकारिक स्नान पर्व 26 फरवरी को होगा।

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