बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) पुलिस ने एक फर्जी आईपीएस को दबोचा है। पकड़ा गया फर्जी आईपीएस अपने एक साथी के साथ ऐप के जरिये पुलिस अफसर का सीयूजी नम्बर बना पुलिस पर रौब झाड़ता था और मन मुताबिक काम करवाता। सीओ सदर को दो बोतल शराब के लिये फोन करने के बाद मामला सन्दिग्ध जान जब पुलिस ने जांच शुरू की तो फर्जी आईपीएस का भंडाफोड़ हो गया।
कन्नौज सीओ सदर कमलेश कुमार के पास होली के दिन एडीजी पुलिस हेडक्वार्टर के सीयूजी नम्बर से कॉल आती है। अधिकारी की कॉल सोच जैसे ही सीओ उसे रिसीव करते हैं, सामने वाला खुद को एडीजी पीएचक्यू कहकर पहले सीओ को धमकाता है, फिर दो बोतल शराब अपने एक जानने वाले को पहुंचाने के लिये कहता है।
इतने बड़े अधिकारी के मुंह से 2 बोतल शराब की डिमांड सुनकर सीओ को कुछ शक होता है। जिसके वाद वह सीधे एसपी अमित कुमार आनंद से सम्पर्क कर पूरा मामला बताते हैं। सीओ के शक के आधार पर जब एसपी साइबर सेल से कॉल डिटेल निकलवाते हैं तो ऐप के जरिये फेंक नम्बर बनाकर कॉल करने की सच्चाई सामने आती है। जिसके बाद एसपी पूरे मामले में साइबर सेल और एसओजी टीम को लगा देते हैं। एसओजी की जांच में तिर्वा के टड़वा गांव का गोपाल तिवारी के फर्जी आईपीएस होने की पुष्टि होती है। जिसके बार योजनाबद्ध तरीके से पुलिस ने आज उसे गिरफ्तार कर लिया। एसपी का कहना है कि गोपाल का एक साथी फतेहगढ़ निवासी अनुज अग्निहोत्री है। दोनों मिलकर ऐप के जरिये पुलिस अधिकारियों के नम्बर बना विवेचनाओं को प्रभावित करने, स्कार्ट लेने और ठगी का काम करने में माहिर है। गोपाल पर पहले झांसी में भी मुकदमा दर्ज हो चुका है।