कन्नौज: नवाब की मुश्किलें और बढ़ीं, एफएसएल रिपोर्ट से रेप की पुष्टि

बृजेश चतुर्वेदी

कन्नौज। (आवाज न्यूज ब्यूरो) नाबालिग से रेप के आरोप जेल गए कथित सपा नेता नवाब सिंह यादव के मामले में आज एक नया अपडेट आया। एसपी अमित कुमार आनंद ने कहा कि इस मामले में साक्ष्य के तौर पर जो कुछ विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया था उसकी रिपोर्ट आ गयी है और इस रिपोर्ट से रेप की पुष्टि होती है। अब इसी आधार पर पुलिस आगे की विधिक कार्रवाई करेगी।

आरोप है कि नवाब ने लड़की से अपने ही कॉलेज में दरिंदगी की थी। उसे पुलिस ने मौके पर गिरफ्तार किया था। 16 अगस्त को नवाब को 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया। अगले दिन यानी 17 अगस्त को नवाब का डीएनए सैंपल लिया गया था। वही घटना स्थल से कुछ साक्ष्य लेकर पुलिस ने एफएसएल भेजे थे। 15 दिनों बाद एफएसएल रिपोर्ट आई है और इस रिपोर्ट में रेप की पुष्टि हुई बताई जाती है।

पुलिस के मुताबिक 11 अगस्त की देर रात 15 साल की नाबालिग लड़की अपनी बुआ के साथ आरोपी के कॉलेज में नौकरी मांगने गई थी। आरोप है कि बुआ टॉयलेट गई, उसी दौरान नवाब सिंह यादव ने जबरदस्ती लड़की के कपड़े उतरवाए और दरिंदगी की। लड़की की फोन कॉल पर पुलिस पहुंची। उस वक्त बच्ची के आधे शरीर पर कपड़े नहीं थे।

नवाब सिंह बेड पर लेटा था। इसके बाद पुलिस ने नवाब को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया। नाबालिग ने ही एफआईआर दर्ज कराई थी। 12 अगस्त को नवाब सिंह को जेल भेजा गया। उसी दिन उनके वकील ने जमानत के लिए याचिका डाली। कोर्ट ने सुनवाई के लिए 14 अगस्त की तारीख तय की।

13 अगस्त की शाम को कोर्ट में रेप पीड़िता के बयान दर्ज हुए। पुलिस ने एफआईआर में रेप की धाराओं को बढ़ाया। अगले दिन सुनवाई के समय तक कागजी कार्रवाई पूरी नहीं हो सकी थी। फिर कोर्ट ने 16 अगस्त की तारीख तय कर दी। इसी दिन पीड़िता की बुआ मीडिया के सामने आई। उसने कहा- नवाब को साजिश के तहत फंसाया गया। इसमें सपा के ही जय कुमार उर्फ बउवन तिवारी शामिल हैं। उनके साथ 3 और लोग इसमें शामिल हैं। समय आने पर उनका भी नाम बताऊंगी। इसके बाद से फरार हो गई। उसकी गिरफ्तारी के लिए 6 टीमें लगाई गईं।

16 अगस्त को दोबारा कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने नवाब को 14 दिन की रिमांड पर भेज दिया। जेल जाते समय नवाब सिंह ने कहा- मुझे फंसाया जा रहा। ये कुछ पूंजीपतियों की साजिश है। अगले दिन यानी 17 अगस्त को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जेल से नवाब की सहमति के बाद डीएनए सैंपल लिया गया। 

21 अगस्त को पीड़ित की फरार बुआ अरेस्ट हुई। उसने बताया- नवाब सिंह के भाई ने बयान बदलने के लिए पैसे का लालच दिया था। उसने ही कुछ लोगों का नाम लेने के लिए बोला था, ताकि इस मामले को साजिश बताया जा सके। इसी दिन नवाब के रिश्तेदार के कोल्ड स्टोरेज पर बुलडोजर चला। कोल्ड स्टोरेज की 200 फीट लंबी बाउंड्री वाल को गिराया गया। कई कमरों को भी तोड़ा गया था। 

बुआ के बयान के साथ ही पुलिस ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख और नवाब सिंह के भाई नीलू यादव को भी षड्यंत्र का आरोपी बनाकर उसकी तलाश शुरू कर दी। इस काम के लिए सात टीमो का गठन कर दिया गया। सातो टीमें 10 दिनों से जुटी हुई हैं, लेकिन अब तक वह फरार है। नीलू यादव पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। आरोप है कि नीलू ने पीड़िता की मेडिकल जांच और कोर्ट में दिए जाने वाले बयान को प्रभावित करने की कोशिश की। पीड़िता की बुआ को प्रलोभन देकर पैसे दिए।

पुलिस नीलू यादव को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। 10 दिनों से पुलिस अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही है। लेकिन नीलू का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस ने उसके करीबियों से भी पूछताछ की है लेकिन फिर भी नीलू को पकड़ने में नाकाम रही है।

सूत्रों के अनुसार, पुलिस दो बार नीलू के करीब पहुंची लेकिन हर बार नीलू को भनक लगते ही वह फरार हो गया। दिन बीतने के साथ पुलिस

की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। नीलू को पहले से ही गिरफ्तारी का डर था। इसी वजह से उसने 16 अगस्त से अपना मोबाइल बंद कर लिया। जिससे पुलिस उसका लोकेशन ट्रेस नहीं कर पा रही है। हालांकि भरोसेमंद सूत्रों का दावा है कि पुलिस नीलू के बेहद करीब पहुंच चुकी है और किसी भी क्षण उसकी गिरफ्तारी जम्भाव है।

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