‘‘गिरफ्तारी के 2 दिन बाद मारी थी गोली’’
लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो) यूपी पुलिस इन दिनों लगातार बदमाशों का एनकाउंटर कर रही है। इसके साथ ही पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप लग रहा है। इसी बीच कोर्ट ने कौशांबी के चरवा थाने की पुलिस, एसओजी प्रभारी और उनकी टीम पर अपहरण कर हत्या करने की एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है।
बता दें कि प्रयागराज के एक युवक को कौशांबी पुलिस ने मुठभेड़ में गोली मार दी। बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई। इस मुठभेड़ कांड पर सवाल खड़े हो गए। पुलिस पर घर से अपहरण कर ले जाने, फिर फर्जी मुठभेड़ में गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगा।
इन पुलिसवालों पर पर दर्ज होगा केस
1.विनोद कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक थाना चरवा
2.सिद्धार्थ, एसओजी प्रभारी कौशांबी
3.सुनील कुमार यादव, दरोगा
4.अनिल यादव, कांस्टेबल
5.भानु प्रताप सिंह, कांस्टेबल
6.रामजी पटेल, कांस्टेबल
7.अयोध्या कुमार, दरोगा
8.आशीष तिवारी, कांस्टेबल
9.शिवन गौतम, कांस्टेबल
10.रवि शंकर यादव, दरोगा
11.राधेश्याम, कांस्टेबल
12.रवि शंकर, कांस्टेबल
मृतक युवक की मां ने याचिका दायर किया था जिसकी सुनवाई मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शशि कुमार ने किया। इस मामले में कोर्ट ने कहा- जो दस्तावेज हमारे सामने रखे गए हैं। उससे ऐसा लगता है कि कौशांबी पुलिस की भूमिका पूरी तरह संदिग्ध है। इसलिए संबंधित थानाध्यक्ष को आदेश दिया जाता है कि एफआईआर दर्ज कर मामले की सही जांच की जाए।
2 गाड़ियों में पुलिस आई, विजय को ले गई
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने कहा- दस्तावेज के मुताबिक, घटना 10 सितंबर, 2023 को सुबह 7 बजे हुई। थाना चरवा कौशांबी की पुलिस अचानक अंजू देवी के घर पहुंची, जोकि प्रयागराज के कोरांव में है। अंजू के बेटे विजय कुमार सोनी को मारने-पीटने लगे। कहा कि लूट के बारे में जानकारी के लिए चरवा थाना चलो। घर पर दो गाड़ियों में करीब 1 दर्जन पुलिस वाले पहुंचे थे। चरवा थाने की पुलिस के साथ एसओजी प्रभारी व उनकी टीम मौजूद थी। टीम विजय का अपहरण करके ले गई।
2 दिन बाद पुलिस ने मारी गोली
दरअसल, थाना चरवा इलाके में 8 सितंबर, 2023 को सोनार के साथ एक लूट की घटना हुई थी। उसी संबंध में विजय से फर्जी बरामदगी दिखाई गई। विजय को 12 सितंबर, 2023 को 1.33 बजे मुठभेड़ दिखाकर गोली मार दी गई। विजय के दाहिने कंधे में गोली लगी थी।