मांस की दुकान के साथ शराब, केएफसी और नॉनवेज बेचने वाले रेस्टोरेंट भी बंद करे सरकार : संजय सिंह

‘‘संजय सिंह का आरएसएस और प्रधानमंत्री मोदी से बडा सवाल : 100 साल में आरएसएस का मुखिया कोई दलित, पिछड़ा या आदिवासी क्यों नहीं हुआ?‘‘
नई दिल्ली।(आवाज न्यूज ब्यूरो)
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद व यूपी प्रभारी संजय सिंह ने प्रेसवार्ता में कहा कि यूपी में शराब की दुकानों पर मिल रही एक बोतल पर एक बोतल मुफ्त के विरोध में कल सरकार के खिलाफ पूरे प्रदेश में पार्टी ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि एक तरफ यूपी में मुसलमानों को नमाज पढ़ने से रोका जा रहा है। दूसरी तरफ सौगात-ए- मोदी बांटी जा रही है। ये भाजपा का दोहरा चरित्र है।
प्रदेश सरकार द्वारा अवैध बूचड़खानों को बंद करने और धार्मिक स्थलों के 500 मीटर के दायरे में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ इसमें दो चीजें और जोड़ दें। आस-पास शराब की दुकानों और ऐसे रेस्टोरेंट जहां पर मांस बिकता हो उसे भी बंद करवाया जाना चाहिए। प्रदेश में हाईवे पर 500 मीटर के अंदर आपको मंदिर से लेकर केएफसी, मैकडोनाल्ड्स और तमाम दुकानें देखने को मिलेंगी। शराब की दुकानें, केएफसी या मैकडोनाल्ड्स क्यों खुले रहने चाहिए? प्रदेश सरकार उसे भी बंद करवाएं।
संजय सिंह ने आरएसएस और प्रधानमंत्री मोदी से सवाल किया कि 100 साल में आरएसएस का मुखिया कोई दलित, पिछड़ा या आदिवासी क्यों नहीं हुआ? प्रधानमंत्री मोदी और आरएसएस को बताना चाहिए कि 52 साल तक आरएसएस मुख्यालय पर तिरंगा क्यों नहीं फहराया गया। जेपी नड्डा ने कहा था कि आरएसएस की आवश्यकता बीजेपी को नहीं है। आरएसएस ने अंग्रेजों का समर्थन किया था, इसका जवाब भी देना चाहिए। आरएसएस सीमित जाति और सीमित क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है। यही नहीं, श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अंग्रेज गवर्नर को पत्र क्यों लिखा था कि भारत छोड़ो आंदोलन कुचलना चाहिए। आजाद हिंद फौज का विरोध क्यों किया गया था। पीएम मोदी को 10 साल में अब आरएसएस की याद क्यों आई। लोकसभा में सीट घटने के बाद मोदी आरएसएस कार्यालय गए हैं। सांसद संजय सिंह ने कहा कि हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन, फारसी सभी जातियों से मिलकर 144 करोड़ लोगों से भारत बनता है। किसी एक अंग को कमजोर कर हम भारत को ताकतवर नहीं बना सकते हैं। एक तरफ दुनिया अंतरिक्ष में पहुंच रही है। वहीं, बीजेपी कब्र खोद रही है। आजाद भारत में जो भी संपत्ति है वह जनता की है। जीटी रोड, ताजमहल, लालकिला मुस्लिम शासकों ने बनवाया था, उन्हें भी तोड़ दीजिए। मोदी सरकार के वक्फ बिल पर सांसद संजय सिंह ने कहा कि मोदी सरकार अगर यह बिल लेकर आई तो सरकार गिर जाएगी। भाजपा के सहयोगी चंद्रबाबू नायडू, चिराग पासवान और जयंत चौधरी ने अल्टीमेटम दे दिया है कि अगर बिल लाया गया तो उनकी जमीन हिल जाएगी।

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