क्षय रोगियों को हीन भावना से न देखें, उनका मनोबल बढ़ाएं-डीटीओ
समय से मिले इलाज तो दे सकते क्षय रोग को मात
जिले में इस वर्ष अभी तक 792 क्षय रोगी लिए गए गोद
फर्रुखाबाद | (आवाज न्यूज ब्यूरो) सरकार और स्वास्थ्य विभाग क्षय रोग से ग्रसित लोगों को बीमारी से मुक्ति दिलाने को लेकर गंभीर है। इसके तहत आर पी मेमोरियल हॉस्पिटल में भागीरथी जनकल्याण समिति द्वारा बुधवार को 6 टीबी रोग से ग्रसित लोगों को गोद लिया गया |
इस दौरान गोद लिए हुए रोगियों को उनके पोषण के लिए गुड़, चना, सत्तू, तिल, गजक, बोर्नवीटा फल आदि दिया गया |
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ सुनील मल्होत्रा ने कहा कि टीबी रोग लाइलाज नहीं है लेकिन आज भी कुछ जगहों पर इसे मौत की बीमारी कहते हैं | लोगों का मानना है कि जिसे यह रोग लग गया मतलब उसकी मृत्यु निश्चित हो गई लेकिन ऐसा नहीं है |अगर किसी व्यक्ति को टीबी के लक्षण प्रतीत हों तो उन्हें छिपाएं नहीं, बल्कि समय रहते अपना इलाज कराएँ और डाक्टर द्वारा दी गई दवा और सलाह को मानें |
डीटीओ ने कहा कि ऐसा भी देखने में आता है कि जिसको यह रोग लग जाता है तो घर वाले उससे दूर भागने लगते हैं यह गलत है क्षय रोग से ग्रसित व्यक्ति का मनोवल बढ़ाना चाहिए जिससे वह इस रोग पर काबू पा सके |
डीटीओ ने कहा कि भारत सरकार ने सन 2025 तक भारत को टीबी रोग से मुक्ति का सपना देखा है जिसको साकार करने के लिए गोद लेने की योजना चलाई है |
भागीरथी जनकल्याण समिति के संरक्षक डॉ सोमनाथ गुप्ता ने कहा कोई भी देश या समाज तभी उन्नति कर सकता है जब वहाँ लोग स्वस्थ हों | उन्होंने कहा कि हमारी समिति शुरू से ही जनकल्याण के कार्य करती रहती है 24 मार्च को विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर भी समिति द्वारा 10 क्षय रोगी गोद लिए गए थे l
इस दौरान आर पी मेमोरियल हॉस्पिटल के डॉ ऋषि नाथ गुप्ता ने
कहा कि मुझे मानव सेवा की सीख अपने माता पिता से मिली है। मैं अपने को बड़ा ही धन्य मानता हूं कि मुझे इन क्षय रोगियों की सेवा करने का अवसर मिल रहा है। पूरा प्रयास रहेगा कि इन रोगियों की दवा और जांच नियमित रूप चलती रहे। साथ ही टीबी मरीजों को हर महीने मूंगफली, चना, गुड़, सत्तू, सोयाबीन, समेत न्यूट्रिशिनल सप्लीमेन्ट मिलता रहे।
क्षय रोग विभाग से जिला समन्वयक सौरभ तिवारी ने बताया कि जिले में इस समय 2647 लोग क्षय रोग से ग्रसित हैं l जिसमें से अभी तक इस वर्ष 792 मरीज विभिन्न संस्थाओं और अधिकारियों द्वारा गोद लिए जा चुके हैं l
गोद लिए गए नरकसा निवासी 38 वर्षीय राजन जाटव ने बताया कि मुझे गत तीन माह से क्षय रोग है। जांच के बाद दवा और निक्षय योजना से 500 रुपये प्रति माह मिल रहा है। लेकिन आज इस बात की खुशी है कि जब सब लोग मेरा इतना ध्यान देंगे तब तो मैं और जल्दी ही स्वस्थ हो जाऊंगा l इस दौरान संस्था के सदस्य आलोक त्रिवेदी, लखन दीक्षित, रितेश आदि मौजूद रहे l