88 फ़ीसदी अंक प्राप्त कर डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय महिला को प्रदेश में मिली 17वीं रैंक
फर्रुखाबाद।(आवाज न्यूज ब्यूरो) पिछले वर्ष की तरह इस साल भी कायाकल्प अवार्ड में जनपद फर्रुखाबाद ने अपना परचम लहरा दिया। सरकारी अस्पतालों के बेहतर रखरखाव को लेकर शुरू की गई कायाकल्प अवार्ड योजना से स्वास्थ्य इकाइयों का ‘कायाकल्प’ हो रहा है। जनपद फर्रुखाबाद के दोनों चिकित्सालय डॉ राम मनोहर लोहिया महिला व पुरुष चिकित्सालय को कायाकल्प अवार्ड प्राप्त हुआ है।
कायाकल्प अवार्ड में बेहतर प्रदर्शन पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी नोडल क्वालिटी एश्योरेंस डॉ दलवीर सिंह का कहना है कि वह गौरान्वित महसूस कर रहे है कि जनपद के सभी चिकित्सालयों ने इतना बेहतर प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि ने बता दिया है दोनों चिकित्सालयों की गुणवत्तापूर्व स्वास्थ्य सेवाएं व उच्च स्तरीय व्यवस्थाओं द्वारा जनमानस को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं। उन्होंने बताया कि शासन की टीम द्वारा जिला अस्पताल का सर्वे किया गया था। विभिन्न प्वाइंट पर अस्पताल की सुविधाओं और व्यवस्थाओं का मिलान किया गया था। घोषणा हुई तो अस्पताल को भी बेहतर पाया गया।
डॉ राममनोहर लोहिया महिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ कैलाश ने बताया कि अवार्ड की सफलता के लिए सभी बधाई के पात्र हैं।
डॉ राममनोहर लोहिया पुरुष चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजकुमार गुप्ता ने कहा कि चिकित्सालय के छोटे कर्मचारी से लेकर बड़े अधिकारी तक सभी की मेहनत व लगन से यह अवार्ड मिला है।
चिकित्सालय के प्रबंधक डॉ फिरोज अहमद ने बताया कि शासन से आयी टीम ने आठ बिंदुओं पर अस्पताल का रखरखाव, साफ-सफाई, बायो मेडिकल निस्तारण, ईको फ्रेंडली, इन्फेक्शन कंट्रोल, सहयोगी सेवाएं, स्वच्छता को बढ़ावा देने के कार्यों के साथ अस्पताल के बाहर की व्यवस्थाओं को परखा था। प्रत्येक बिंदु पर टीम ने अस्पतालों की मार्किंग की,महिला चिकित्सालय के प्रबंधक डॉ फिरोज अहमद ने बताया की डॉ राममनोहर लोहिया महिला चिकित्सालय को 88.22फीसद प्राप्त कर राज्य स्तर में17वी रैंक और मंडल स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया है साथ ही कायाकल्प में महिला चिकित्सालय को लगातार पिछले पांच वर्षो से प्राप्त हो रहा है, जिला पुरुष चिकित्सालय को 78.66फीसद प्राप्त कर 55वी रैंक प्राप्त हुई है।
उन्होंने बताया कि अवार्ड के लिए चयनित होने वाले अस्पतालों को सरकार की ओर से 3 लाख रूपए की धनराशि मिलेगी। जिसमें 75 प्रतिशत हिस्सा अस्पताल की व्यवस्थाओं और 25 प्रतिशत स्टॉफ को बतौर इनसेंटिव प्रदान किया जाएगा।
क्या है कायाकल्प-
जनपदीय सलाहकार क्वालिटी एश्योरेंस डॉ शेखर यादव ने बताया कि सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में स्वच्छता एवं अच्छी प्रक्रियाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत सरकार ने यह महत्वकांछी योजना 15 मई 2015 को आरंभ की थी। जिसमें एक निर्धारित चेक लिस्ट के आधार पर स्वास्थ्य केन्द्रों का तीन चरणों में असेस्मेंट किया जाता है। तीनों चरणों में 70 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित करने वाली चिकित्सा इकाइयों को राष्ट्रीय(भारत सरकार)/राज्य स्तर से सम्मानित कर प्रशस्ति पत्र एवं अवार्ड धनराशि प्रदान की जाती है। जिसमें जिला स्तरीय चिकित्सालयों को क्रमशः प्रथम को 50 लाख, द्वितीय को 20 लाख एवं तृतीय को 10 लाख, व जो चिकित्सालय 70 प्रतिशत से अधिक पाते है उन्हे 3 लाख रुपए प्रोत्साहन राशि के रूप में दिये जाते है।