सीएमएस भी चोरो शिकार, लाखों का माल पार
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) जिला अस्पताल के परिसर में बने डाक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के सरकारी आवासों को शातिर चोरों ने निशाना बनाया। ताले और कुंडी काट कर नगदी व गहने पार कर दिए। सुबह जब घर में सामान बिखरा देखा तो डाक्टरों और कर्मियों के होश उड़ गए। जिला अस्पताल परिसर में बनी चौकी पर पुलिस कर्मी सोते रहे गए।
सदर कोतवाली क्षेत्र के पूर्वी बाईपास के पास स्थित जिला अस्पताल परिसर में ही डाक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के सरकारी आवास हैं जबकि आगे की ओर पुलिस चौकी है। बीती रात चोरों ने 9 घरों को निशाना बनाया। घरों में रखे जेवरात और नगदी समेत कीमती सामान चोर उठा ले गए।
चोरों ने आवासों में लगे ताले और कुंडे काट दिए। इसके बाद वहां चोरी की वारदात को अंजाम दिया। सुबह जब डाक्टर और स्वास्थ्य कर्मी उठे तो घर में सामान बिखरा पड़ा देखा। पडोसियों के यहां भी चोरी होने का हल्ला मचा तो एक-एक कर सभी कर्मियों ने अपने-अपने आवास चेक किए। एक साथ 9 घरों में चोरी की वारदात से जिला अस्पताल के डाक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों में हडकंप मच गया। मामले की सूचना कोतवाली पुलिस को दी गई। जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गयी। जल्द चोरी की घटना का खुलासा करने का भरोसा देकर पुलिस वापस लौट गई। मामले को लेकर जिला अस्पताल के सीएमएस डाक्टर शक्ति बसु ने बताया कि 9 घरों के ताले और कुंडे चोरों ने काट दिए।
डाक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के यहां चोरी से कितना नुकसान हुआ, इसका आंकलन उन लोगों के आने के बाद ही हो सकेगा। उन्होंने बताया कि कुछ डाक्टर और स्वास्थ्य कर्मी छुट्टी पर थे। चोरी की घटना की जानकारी उनको फोन पर दे दी गई है। उनके आने के बाद ही वारदात को लेकर पुलिस को तहरीर दी जाएगी।
जिला अस्पताल में रहने वाले सीएमएस डा. शक्ति बसु, डा. रवीन्द्र साहू, डा. सतेन्द्र शाहू और स्टाफ नर्स शिवकांती के यहां चोरों ने कीमती सामान, ज्वैलरी और कैश पार कर दिया जबकि डा. सहदेव, डा. विद्यावती, ईएमओ डा. हरिमाधव और डा. ज्ञानेन्द्र के घरों के ताले व कुंडे चोरों ने काट दिए। उनके घरों से भी सामान पार कर दिया।
जिला अस्पताल परिसर में ही सदर कोतवाली की पुलिस चौकी संचालित है। यहां रात और दिन पुलिस कर्मियों की ड्यूटी रहती है। इसके बावजूद चोरों ने रात के समय एक साथ जिला अस्पताल परिसर में बने 9 आवासों में वारदात को अंजाम दे दिया और पुलिस कर्मियों को भनक तक नहीं लगी।
ऐसे में पुलिस गश्त को लेकर सवाल उठने लग गए। डाक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि यदि पुलिस कर्मी गश्त पर होते तो चोर यहां वारदात को अंजाम नहीं दे पाते।