नई दिल्ली। आवाज न्यूज ब्यूरो) देश के विपक्षी दलों को एकजुट करने के अपने प्रयास को आगे बढ़ाते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को पश्चिम बंगाल की अपनी समकक्ष ममता बनर्जी और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात करने जा रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि नीतीश कुमार दोपहर में विशेष विमान से कोलकाता जाएंगे और ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे। वह उन बिंदुओं पर चर्चा करेंगे, जिन पर विपक्षी दल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं। उम्मीद है कि वह कोलकाता में तीन से चार घंटे रुकेंगे, जिसमें पश्चिम बंगाल के अपने समकक्ष के साथ डेढ़ या दो घंटे की बैठक भी शामिल है।
हालांकि, ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने पहले नीतीश-ममता की बैठक को 25 अप्रैल के लिए निर्धारित किया था। तृणमूल के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि नीतीश कुमार मंगलवार सुबह कोलकाता आने वाले हैं और उसी शाम दक्षिणी कोलकाता में ममता के कालीघाट स्थित आवास पर उनसे मुलाकात करेंगे। पश्चिम बंगाल कैबिनेट के एक सदस्य ने कहा कि बैठक में 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के खिलाफ विपक्षी ताकतों की एकता पर ध्यान केंद्रित की जाएगी। पिछले कुछ महीनों में ममता बनर्जी ने 2024 के चुनावों में भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता के मुद्दे पर कई गैर-भाजपा और गैर-कांग्रेसी नेताओं के साथ कई बैठकें की हैं।
पिछले महीने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कालीघाट जाकर उनसे मुलाकात की थी। बैठक में दोनों नेताओं ने कांग्रेस के साथ दूरी बनाए रखने और 2024 के चुनावों में भाजपा के खिलाफ क्षेत्रीय ताकतों की एकता पर ध्यान केंद्रित करने पर सहमति जताई थी। अखिलेश यादव से मिलने के तुरंत बाद ममता बनर्जी ओडिशा गई थीं और अपने समकक्ष नवीन पटनायक के साथ बैठक की थी। इसके बाद उन्होंने जनता दल-सेक्युलर के नेता एच.डी. कुमारस्वामी से मुलाकात की थी। पिछले हफ्ते उन्होंने तमिलनाडु में अपने समकक्ष एम.के. स्टालिन और देश में विपक्षी शासित राज्य में राज्यपालों की भूमिका के खिलाफ विपक्षी ताकतों की एकता पर चर्चा की थी। हाल के दिनों में ममता ने अपनी सभी जनसभाओं में इस बात पर जोर दिया है कि यदि विपक्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एकजुट हो जाता है, तो भाजपा के नेतृत्व वाले शासन का अंत करना संभव है। हालांकि, वह हमेशा इस पेचीदा मुद्दे से बचती रही हैं कि क्या कांग्रेस भाजपा के खिलाफ एकजुट विपक्ष के उनके खाके का हिस्सा है। जदयू के अनुसार, ममता से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार सीधे लखनऊ जाकर अखिलेश यादव से मिलेंगे और उन्हीं बिंदुओं पर चर्चा करेंगे। विपक्षी एकता पर चर्चा करने के लिए नीतीश कुमार ने पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, वाम दलों के नेताओं डी. राजा और सीताराम येचुरी से मुलाकात की थी।
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