‘‘भाजपा पर लगाया दलितों और पीडीए के खिलाफ मानसिकता से काम करने का आरोप’‘‘
फर्रुखाबाद l (आवाज न्यूज ब्यूरो)। आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर फर्रुखाबाद जनपद में जिला अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव के नेतृत्व में जिला कलेक्ट्रेट परिसर में एक विशाल धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जनपद की चारों विधानसभाओं से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता भारी संख्या में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट श्री संजय कुमार को सीओ सिटी ऐश्वर्या उपाध्याय की मौजूदगी में दोपहर 1ः00 बजे सौंपा गया। ज्ञापन में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद श्री रामजी लाल सुमन को लगातार मिल रही जान से मारने की धमकियों, उनके आवास एवं काफिले पर हमलों, तथा उत्तर प्रदेश में पीडीए समाज पर हो रहे उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की गई। ज्ञापन के माध्यम से समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रपति से संविधान और लोकतंत्र की रक्षा हेतु तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। हत्या, लूट, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार जैसी घटनाएं अब आम हो गई हैं। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने में पूरी तरह विफल है।
पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत ने कहा कि “भाजपा शासन में दलित महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है। संविधान के रक्षक अब खुद संविधान तोड़ने वालों को संरक्षण दे रहे हैं।” पूर्व लोकसभा प्रत्याशी डॉ. नवल किशोर शाक्य ने कहा कि “भाजपा सरकार संविधान की आत्मा को कुचलने का प्रयास कर रही है। दलितों की आवाज़ दबाना लोकतंत्र के खिलाफ एक घिनौनी साजिश है। प्रदेश सचिव डॉ. जितेंद्र सिंह यादव ने कहा कि “प्रदेश में दलित समाज का उत्पीड़न दर्शाता है कि भाजपा की नीयत में लोकतंत्र नहीं, दमन है। हम इसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे। कायमगंज प्रभारी सर्वेश अंबेडकर ने कहा कि “भाजपा की नीतियाँ दलित विरोधी और मनुवादी सोच की प्रतीक हैं। हम ऐसे अन्याय के खिलाफ हर स्तर पर संघर्ष करेंगे।”
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद श्री रामजी लाल सुमन को करणी सेना द्वारा निरंतर जान से मारने की धमकियाँ दी जा रही हैं। 27 अप्रैल को जब वे बुलंदशहर जा रहे थे, तब अलीगढ़ में उनके काफिले पर हमला किया गया, जिसमें कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए और कार्यकर्ता घायल हुए। इसके बावजूद शासन-प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे यह स्पष्ट है कि इन अराजक तत्वों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है।
इस अवसर पर भोजपुर से पूर्व प्रत्याशी रहे अरशद जमाल सिद्दीकी, बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष जवाहर सिंह गंगवार, डॉ. रामकृष्ण राजपूत, जिला महासचिव इलियास मंसूरी, जिला प्रवक्ता विवेक सिंह यादव,महानगर अध्यक्ष राघव दत्त मिश्रा , युवजन सभा के राष्ट्रीय सचिव जितेंद्र सिंह यादव, शशांक सक्सेना, सुरेंद्र सिंह गौर,यूनुस अंसारी,नागेंद्र शाक्य, रामपाल सिंह यादव, रजत क्रांतिकारी, सैनिक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष केके यादव, सदर विधानसभा अध्यक्ष चंद्रेश राजपूत, अमृतपुर विधानसभा अध्यक्ष भोला यादव, भोजपुर विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र यादव, डॉ. रामकृष्ण राजपूत, राजेंद्र पाल, रामविलास राजपूत, सिराजुल पार्क, मुन्ना, बंटी यादव, जहान सिंह लोधी, पूजा कठेरिया, आदि लोगों ने अपने विचार रखे तथा भारतीय जनता पार्टी की दलित विरोधी मानसिकता को उजागर किया।
समाजवादी पार्टी ने महामहिम राष्ट्रपति से उत्तर प्रदेश में हो रहे दलित उत्पीड़न, कानून व्यवस्था की विफलता और संविधान विरोधी घटनाओं पर तत्काल संज्ञान लेकर लोकतंत्र और संविधान की रक्षा हेतु सख्त कदम उठाने की मांग की। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ सपा नेता मुन्ना यादव एडवोकेट द्वारा किया गया।
