फर्रुखाबाद।(आवाज न्यूज ब्यूरो) पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह यादव, उनकी बेटी जिला पंचायत अध्यक्ष मोना यादव और बेटे सचिन यादव के समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता लेने से सपा को बडा झटका लगा है। पूर्व मंत्री के फैसले का निकाय चुनाव पर व्यापक असर पडेगा। नरेंद्र सिंह यादव की सैफई परिवार से रिश्तेदारी भी रही है और आस-पास के कई जनपदों खासकर आलू पट्टी में अच्छा खासा असर माना जाता है। उनकी नाराजगी का ही असर रहा जो बीते विधानसभा चुनाव 2022 में सपा का जिले में खाता भी नही खुला था।
पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह यादव मुलायम सिंह यादव के खास लोगों में गिने जाते रहे, लेकिन बदली परिस्थितियों में खुद को उपेक्षित महसूस करते हुए उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली है। नरेंद्र सिंह यादव का भाजपा में जाना आलू पट्टी में सपा के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। वह यदुकुल पुनर्जागरण मिशन से भी जुड़े रहे और शिवपाल सिंह यादव ने उन्हें मिशन में उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी थी। मालूम हो कि इससे पहले फिरोजाबाद से पूर्व विधायक हरिओम यादव और पूर्व विधायक ओम प्रकाश भी सपा छोड़ चुके हैं। जबकि शाहजहांपुर में पार्टी की दिग्गज नेता और महापौर पद की प्रत्याशी अर्चना वर्मा ने ऐन मौके पर पाला बदलकर भाजपा की प्रत्याशी बन गई हैं।
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