लखनऊ।(आवाज न्यूज ब्यूरो) मिशन 2024 की तैयारियों में जुटी समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। उसके कई नेता भाजपा में शामिल हो गए हैं। पार्टी में भगदड जैसे हालात हैं। 2019 में पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ने वाली शालिनी यादव ने सपा छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। इनके अलावा सपा सरकार में मंत्री रहे साहब सिंह सैनी, कुछ और पूर्व विधायकों ने भी सपा से अलविदा कहा। और भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
दिग्गज कांग्रेसी नेता व केंद्रीय मंत्री रहे श्याम लाल यादव की पुत्र वधु शालिनी यादव 2019 में कांग्रेस से सपा में शामिल हुई थीं। शालिनी 2017 में वाराणसी से मेयर का चुनाव लड़ चुकी हैं। निकाय चुनाव में महापौर प्रत्याशी के तौर पर उन्हें 113345 वोट मिले थे। वह दूसरे नंबर पर रही थीं। लोकसभा चुनाव 2019 में सपा गठबंधन ने शालिनी यादव को वाराणसी सीट से पीएम मोदी के खिलाफ उतारा था। वो करीब दो लाख मत पाकर दूसरे स्थान पर रहीं। शालिनी के अलावा सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष पीयूष यादव ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। शालिनी यादव पेशे से फैशन डिजाइनर हैं। उन्हें राजनीति अपने ससुर कांग्रेस नेता व केंद्रीय मंत्री रहे श्याम लाल यादव से मिली है। गाजीपुर की रहने वाली शालिनी यादव की शादी श्यामलाल यादव के छोटे सुपुत्र अरुण से हुई है। बीएचयू से बीए ऑनर्स करने बाद शालिनी ने फैशन डिजाइनिंग में डिप्लोमा किया। वहीं समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे साहब सिंह सैनी ने बीजेपी का दामन थाम लिया। उनके अलावा कुछ और पूर्व विधायकों ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। 2022 विधानसभा चुनाव में खतौली सीट से रालोद के प्रत्याशी रहे राजपाल सैनी, सपा की पूर्व विधायक सुषमा पटेल, पूर्व मंत्री जगदीश सोनकर सहित करीब एक दर्जन लोगों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने विपक्षी दलों के नेताओं को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। इन लोगों के अलावा पूर्व विधायक अंशुल वर्मा, जौनपुर के पूर्व विधायक गुलाब सरोज भी भाजपा में शामिल हो गए। मालूम हो कि बीते दिनों सपा के विधायक दारा सिंह भी बीजेपी में शामिल हुए थे।
बीजेपी लगातार इस बात की कोशिश में है कि वह यूपी में बड़ी जीत दर्ज करे। बीजेपी के नेता बार-बार यह बात दोहरा रहे हैं कि पार्टी का फोकस सभी 80 सीटों को जीतने पर है। पिछले कुछ दिनों से लगातार पार्टी छोटे दलों गठबंधन के साथ दूसरे दलों के प्रभावशाली नेताओं को अपने साथ जोड़ने की कोशिश में लगी हुई है।
भाजपा ने पश्चिम से लेकर पूर्वांचल तक विपक्षी दलों को झटका देने की तैयारी की है। पश्चिमी यूपी में सैनी समाज का बड़ा वोट बैंक है। इस समाज के वोट पर साहब सिंह सैनी और राजपाल सिंह सैनी का खासा प्रभाव है। राजपाल ने 2022 में खतौली से रालोद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। पूर्वांचल में जौनपुर के मुंगराबादशाहपुर सीट से सपा विधायक रहीं सुषमा पटेल कुर्मी समाज से हैं, पार्टी पूर्वांचल में कुर्मी समाज में अपना जनाधार बढ़ाना चाहती हैं। पूर्व विधायक जगदीश सोनकर भी सदस्यता ग्रहण करेंगे। सोनकर चार बार विधायक रहे हैं। पूर्वांचल के सोनकर समाज में उनकी मजबूत पकड़ है।
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