आईटी विभाग ने कब्जे में लिए अहम दस्तावेज
लखनऊ।(आवाज न्यूज ब्यूरो) यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव के करीबियों पर आयकर विभाग की छापेमारी जारी है। जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग अभी भी अखिलेश यादव के ओएसडी रहे जैनेंद्र यादव, कारोबारी राहुल भसीन और मैनपुरी में मनोज यादव के घर पर जांच कर रहा है जबकि कल सुबह आयकर विभाग ने अखिलेश यादव के करीबियों के ठिकानों पर रेड की थी और तब से सर्च ऑपरेशन जारी है। वहीं कहा जा रहा है कि एसपी प्रमुख अखिलेश यादव ने पार्टी प्रवक्ता राजीव राय को लखनऊ तत्काल बुलाया है। कल राजीव राय के घर पर भी आयकर विभाग ने छापा मारा था।
वहीं सपा सुप्रीमों के बुलाने के बाद एसपी नेता राजीव राय आज लखनऊ पहुंचे और अखिलेश यादव की प्रेस कांफ्रेस में भी मौजूद रहे, जबकि कल ही राजीव राज के घर पर आईटी विभाग ने रेड की थी। वहीं राजीव राय ने कहा कि उनके घर पर महज 17 हजार रुपये मिले थे और आईटी विभाग की टीम ने उनके परिवार को बंधक बनाया। वहीं अखिलेश यादव की प्रेस कांफ्रेंस में राजीव राय ने कहा कि इनकम टैक्स विभाग के अफसर जबरदस्ती मेरे घर में घुसे और उन्होंने कहा कि कई जगहों पर जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार सियासी दुश्मनी के कारण छापेमारी कर रही है। जबकि उन्होंने आयकर विभाग के सामने सभी तरह के दस्तावेज पेश कर दिए थे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में उन्होंने विदेशों में फंसे बच्चों की मदद की और इसके कारण सरकार उनके खिलाफ कार्यवाही कर रही है। उन्होंने दावा किया कि आयकर विभाग की रेड में उनके पास से महज 76 हजार रुपये आयकर विभाग को मिले और इसमें करीब 60 हजार रुपये उनके चार कर्मचारियों के हैं।
हालांकि चर्चा है कि इस छापेमारी में आयकर विभाग को कई अहम दस्तावेज मिले हैं। वहीं जैनेंद्र यादव, मनोज यादव और राहुल भसीन के ठिकानों पर अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है। जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग ने राजीव राय के कंप्यूटर की हार्ड डिस्क अपने कब्जे में ली है जबकि अखिलेश यादव के ओएसडी जैनेंद्र यादव के घर पर एक ब्रीफकेस मिला है और इसमें आईटी टीम को अहम दस्तावेज मिले हैं। आईटी टीम ने राजीव राय के लैपटॉप की भी जांच की और उनसे पूछताछ की और इस दौरान राजीव राय की तबीयत खराब हो गई।
जानकारी मिल रही है कि मैनपुरी में अखिलेश यादव के करीबी मनोज यादव के घर पर और ठिकानों पर अभी भी आयकर विभाग की कार्यवाही जारी है। मनोज यादव मैनपुरी के बड़े कारोबारी माने जाते हैं।