‘‘भारत सरकार को सांसद नहीं चलाते हैं। इसे कैबिनेट सेकेट्री और विभाग के सेकेट्री चलाते हैं। इन विभागों के 90 सेकेट्री हर योजना पर फैसला लेते हैं। नरेंद्र मोदी सरकार के इन 90 लोगों में पिछड़े वर्ग (ओबीसी) के केवल 3 लोग हैं।’’
नई दिल्ली । (आवाज न्यूज ब्यूरो) संसद से महिला आरक्षण बिल पास होने के बाद से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लगातार जातीय जनगणना के मुद्दे के सहारे केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं। इस बीच राहुल गांधी ने चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ के दौरे पर एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि जैसे ही हमारी सरकार आएगी, हम जातीय जनगणना कराएंगे।
छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के आवास न्याय सम्मेलन के कार्यक्रम में राहुल गांधी ने पार्टी के हर चुनावी वादों को पूरा करने की बात कही। उन्होंने कर्नाटक, हिमांचल प्रदेश और राजस्थान का उदाहरण देते हुए कहा कि चुनाव जीतने के बाद हम सारे वादे पूरे कर देते हैं।
राहुल गांधी ने कहा, कांग्रेस पार्टी ने जाति जनगणना की थी। उसमें भारत में किस जाति के कितने लोग हैं, ये डेटा उसमें है। नरेंद्र मोदी ये डेटा जनता को नहीं दिखाना चाहते। मैंने संसद में जाति जनगणना की बात की तो कैमरा घुमा दिया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, भारत सरकार को सांसद नहीं चलाते हैं। इसे कैबिनेट सेकेट्री और विभाग के सेकेट्री चलाते हैं। इन विभागों के 90 सेकेट्री हर योजना पर फैसला लेते हैं। नरेंद्र मोदी सरकार के इन 90 लोगों में पिछड़े वर्ग (ओबीसी) के केवल 3 लोग हैं।
राहुल गांधी ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि क्या हमारे देश में सिर्फ 5 फीसदी ओबीसी है? उन्होंने कहा कि इस सवाल का जवाब सिर्फ जाति जनगणना से मिल सकता है। उन्होंने कहा, जिस तरह मरीज को चोट लगने पर डॉक्टर एक्सरे कराता है, उसी तरह जाति जनगणना भारत का एक्सरे हैं। इससे पता चल जाएगा कि देश में ओबीसी, दलित, आदिवासी, महिलाएं और सामान्य जाति के कितने लोग हैं। उन्होंने कहा कि एक बार ये डेटा सबके सामने होगा तो देश सब लोगों को भागीदारी देकर आगे चल पाएगा।
उन्होंने कहा, मैंने संसद में पीएम मोदी से पूछा कि आप जाति जनगणना से डरते क्यों हो? उनके मंत्री कहते हैं कि हमारे ओबीसी के विधायक और सांसद हैं। उन्हीं सांसदों से जब बात करो तो वो कहते हैं कि हमसे कोई कुछ नहीं पूछता है, हम बोल नहीं सकते। हमें मूर्ति की तरह यहां रखा हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर ओबीसी, दलितों, आदिवासियों को भागीदारी देनी है तो जाति जनगणना कराना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो हमारी सरकार आते ही हम जाति जनगणना कराएगी। राहुल गांधी ने अन्य राज्यों की कांग्रेस सरकारों का उदाहरण देते हुए कहा कि हम जो भी वादे करते हैं, वो चुनाव के तुरंत बाद पहली कैबिनेट में ही पूरे कर दिए जाते हैं। उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हम 15 लाख देने का झूठा वादा नहीं करते हैं।