नई दिल्ली।(आवाज न्यूज ब्यूरो) झारखंड की राजधानी रांची में रविवार को ‘इंडिया’ गठबंधन ने एकजुटता दिखाई। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेतृत्व में यह रैली रांची के प्रभात तारा मैदान में हुई। रैली को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को सत्ता की कोई इच्छा नहीं है। वह सिर्फ देश की सेवा करना चाहते हैं। वह देश को नंबर 1 बनाना चाहते हैं। कई लोग कहते हैं कि ये मुश्किल है। जेल के ताले टूटेंगे, अरविंद केजरीवाल, हेमंत सोरेन छूटेंगे, जैसे नारे लगते रहे।
उन्होंने कहा कि राजनीति बहुत गंदी चीज है, उनके खाने में कैमरा लगाया जा रहा है। वे शुगर के मरीज हैं। वे पिछले 12 वर्षों से प्रतिदिन 50 यूनिट इंसुलिन ले रहे हैं, लेकिन उन्हें जेल में इंसुलिन नहीं दी जा रही है। वे दिल्ली के सीएम को मारना चाहते हैं। वे बहुत बहादुर हैं। वह शेर हैं। उन्हें जेल में भी भारत माता की चिंता है।
रैली में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने उनका संदेश पढ़ा। उन्होंने कहा कि भाजपा विपक्ष शासित राज्यों में सरकारें गिराने का काम कर रही है, हम लोकतंत्र को विफल नहीं होने देंगे। हेमंत सोरेन ने जेल से अपने संदेश को पढ़ते हुए कल्पना ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मेरे पति हेमंत सोरेन को चुनाव से ठीक पहले उन ताकतों ने जेल में डाल दिया, जो उनकी सरकारों के खिलाफ साजिश रच रहे थे। विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है, लेकिन भाजपा और ऐसी ताकतों को झारखंड से बाहर कर दिया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि अगर भाजपा मौजूदा चुनाव जीतती है तो यह आदिवासियों के लिए एक बड़ा खतरा होगा।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वे 500, 400 सीटें कहते रहते हैं, लेकिन इस बार ‘इंडिया’ गठबंधन की शक्ति इतनी मजबूत है कि चाहे वह पीएम मोदी हों या कोई भी हो, भाजपा के लोग हमारी शक्ति को नहीं तोड़ सकते। वे हमें डराने की कोशिश कर रहे हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री और आप नेता भगवंत मान ने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी नहीं है, बल्कि भारतीय जुमला पार्टी है। देश में बड़ा इंकलाब आने वाला है। आज जहां तक नजर जा रही थी वहां तक लोगों की भीड़ थी, लोगों में बहुत उत्साह था। जब बदलाव के लिए लोग चलते हैं तो ऐसी ही भीड़ दिखती है।
इस दौरान आप सांसद संजय सिंह ने भी लोगों को संबोधित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन भारत के लिए काम करेगा और पीएम मोदी अदाणी के लिए काम करेंगे। भाजपा ने बंगाल में 400 पार, 200 पार, दिल्ली में 35 पार, झारखंड में 65 पार जैसे नारे देकर लोगों को गुमराह किया। 400 पार का नारा फर्जी है। इस बार आपको उन्हें ताड़ी पार, ताड़ी पार कहना चाहिए।
संजय सिंह ने कहा कि पूरे हिंदुस्तान में बाबा साहेब डॉ. भीम राव अंबेडकर का संविधान चलता है और भारत तथा हम सब लोग उनके संविधान को मानते हैं। भाजपा नागपुर के संविधान को मानती हैं। नागपुर का संविधान कहता है कि दलितों का आरक्षण खत्म करो, आदिवासियों का आरक्षण खत्म करो, पिछड़ों का आरक्षण खत्म करो, चुनाव खत्म करो… मैं आपसे कहना चाहता हूं कि ये अंतिम चुनाव है और इस बार चुनाव में इनको हराने का काम करना और कहना कि हम देश का संविधान नहीं बदलने देंगे।
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने मुझ से कहा कि प्रियंका तुम झारखंड जाओ और हमारी दो बहनें एक दिल्ली में और एक झारखंड में जो लड़ाई लड़ रही हैं उनके साथ उनकी आवाज उठाओ। देश की जनता को बताओ कि किस प्रकार मोदी सरकार विपक्ष का गला घोंटने का काम कर रही है।
रैली में राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि पीएम मोदी ने केवल ये काम किए हैं- देश में गरीबी बढ़ाई, महंगाई बढ़ाई, जुमलेबाजी की। 2014 में उन्होंने कहा था कि हर साल 2 करोड़ लोगों को नौकरी दी जाएगी, वो नौकरी कहां गई? कालाधन वापस आएगा और सभी के खाते में 15 लाख रुपए डाले जाएंगे। आप लोग के खाते में पैसा नहीं आया, लेकिन बीजेपी के खाते में चंदा चुनावी बॉन्ड के जरिए हजारों- करोड़ों रुपए आ गए हैं।
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब से इन्होंने आपके (झारखंड) मुख्यमंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री को जेल भेजा है वे चुनाव हार चुके हैं। मैदान में जब पहलवान हारने लगता है तब कई तरह के हथकंडे अपनाता है। भाजपा यह न भूले कि शेर को गिरफ्तार किया है, लेकिन उनकी दहाड़ को गिरफ्तार नहीं कर पाए हैं।
गठबंधन के नेताओं का दावा है कि 28 पार्टियों ने रैली का समर्थन किया है। पांच लाख से अधिक लोगों ने इसमें भाग लिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, आप सांसद संजय सिंह, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत कई विपक्षी नेता मंच पर मौजूद रहे।
इस बीच गठबंधन की रैली से पहले मैदान में जमकर हंगामा हुआ। यहां दो गुटों के बीच झड़प हुई। दोनों गुटों के बीच जमकर कुर्सियां चलीं। हालांकि, इसकी वजह अब तक सामने नहीं आई है। झड़प के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
इससे पहले झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने रैली की तैयारियों को लेकर ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं के साथ बैठक की। सोरेन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, यह रैली केंद्र सरकार द्वारा आदिवासियों एवं मूलवासियों पर हो रहे अत्याचारों तथा उन्हें जल, जंगल व जमीन से दूर करने की साजिश का पर्दाफाश करेगी।
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