‘‘राहुल गांधी के नामांकन जुलूस के दौरान मौजूद रही हजारों समर्थकों की भीड़’’
लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को रायबरेली लोकसभा सीट के लिये अपना नामांकन दाखिल किया। राहुल गांधी ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर अपना नामांकन दाखिल किया। इस अवसर पर उनकी मां सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मौजूद रहे। गौरतलब है कि वर्ष 1999 से राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी इस सीट का संसद में प्रतिनिधित्व करती रही हैं हालांकि मौजूदा लोकसभा चुनाव में उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। राहुल गांधी का रायबरेली में मुकाबला भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह से होगा जिन्होंने आज ही अपना नामांकन दाखिल किया है। इससे पहले गांधी 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की स्मृति ईरानी से चुनाव हार गये थे हालांकि वह केरल की वायनाड सीट से चुनाव जीत कर लोकसभा पहुंचे थे।
मिली जानकारी के मुताबिक, राहुल गांधी के नामांकन जुलूस के दौरान हजारों समर्थकों की भीड़ मौजूद थी जबकि सड़क के दोनों ओर और छतों पर गांधी परिवार की एक झलक पाने के लिये चिलचिलाती गर्मी में हजारों लोग मौजूद रहे। इस दौरान समूचे रायबरेली के कई हिस्सों में जाम की स्थिति बन गयी। नामांकन जुलूस का नेतृत्व उनकी बहन एवं राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा कर रही थी। गौरतलब है कि रायबरेली की सांसद रही सोनिया गांधी ने स्वास्थ्य कारणों से राज्य सभा जाते हुए यहां की जनता को एक भावुक पत्र लिखा था कि उनके स्थान पर उनके परिवार का ही कोई व्यक्ति यहां से चुनाव लड़ेगा जिसके बाद से ही यहां राहुल गांधी अथवा उनकी बहन प्रियंका गांधी के चुनावी रण में उतरने के कयास लगाये जाने लगे हैं।
रायबरेली सीट में 1999 में हुए उपचुनाव के बाद से कांग्रेस नेता सोनिया गांधी लगातार 2019 तक इस सीट से सांसद रही हैं लेकिन इस बार स्वास्थ्य का हवाला देते हुए उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। वह राज्यसभा के लिए निर्वाचित हो गई हैं। गांधी ने पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट पर 534918 मतों के साथ 56.41 प्रतिशत वोट हासिल किए थे जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह ने 38.78 प्रतिशत वोट हासिल कर 367740 मत प्राप्त किए थे। तब तीसरे स्थान पर अशोक प्रताप मौर्य और चैथे पर निर्दलीय सुरेंद्र बहादुर सिंह रहे थे। साल 2014 के चुनाव में सोनिया गांधी ने भाजपा के अजय अग्रवाल को शिकस्त देते हुए 526434 मत प्राप्त किए जबकि भाजपा के अजय अग्रवाल को 173721 मत मिले थे। बसपा तीसरे स्थान पर रही थी। इस सीट पर पहला चुनाव 1952 में हुआ और तब से 19 चुनाव में 16 बार कांग्रेस ही जीती है। इस सीट पर 1977 में जनता पार्टी के राज नारायण ने इंदिरा गांधी को हराया था और उसके बाद 1996 में भाजपा के अशोक सिंह ने यह सीट जीती थी। सोनिया गांधी इस बार चुनाव लड़ती तो वह लगातार छठी बार लोकसभा में पहुंच सकती थी।