नई दिल्ली। (आवाज न्यूज ब्यूरो) महीनों से देश का ध्यान खींचने वाले चल रहे किसान आंदोलन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है। आज पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू बॉर्डर पर किसानों का धरना अपने 200वें दिन पर पहुंच गया है। इस अवसर को मनाने के लिए इन सीमाओं पर एक विशाल जमावड़ा हो रहा है, जिसमें पंजाब और हरियाणा भर से हजारों किसान विरोध स्थल पर पहुंच रहे हैं।
पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित की गई पहलवान विनेश फोगट शनिवार को पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में पहुंचीं। यहां किसान नेताओं ने उन्हें मंच पर सम्मानित किया। यहां किसानों द्वारा आंदोलन के 200 दिन पूरे होने पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसके बाद विनेश फोगट भी खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होंगी। इस अवसर पर विनेश फोगाट ने कहा, कि आज किसानों को यहां बैठे 200 दिन हो गए हैं, लेकिन जोश पहले दिन जैसा ही है। आपकी बेटी आपके साथ है। मैं सरकार से कहती हूं कि जब देश के लोग अपने हक के लिए आवाज उठाते हैं, तो हर बार यह राजनीतिक नहीं होता। इसे किसी धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। मैं सरकार से आग्रह करती हूं कि वह सुने। पिछली बार उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की थी। उन्हें अपने वादे पूरे करने चाहिए। इसका समाधान करना सरकार की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। इससे पहले आज सुबह किसान यूनियन के नेता सरवन सिंह पंधेर ने शंभू बॉर्डर से एक वीडियो अपलोड किया, जिसमें घोषणा की गई कि इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने आज के समागम के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि लाखों किसान यहां, खनौरी और अन्य बॉर्डर पर एकत्र होंगे। पंधेर ने केंद्र सरकार के समक्ष किसानों की मांगों को भी दोहराया, जिसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी और अन्य जरूरी मुद्दे शामिल हैं। उन्होंने सरकार से मार्ग खोलने और किसानों को शांतिपूर्वक दिल्ली की ओर बढ़ने की अनुमति देने का आग्रह किया। यह घटना किसानों के चल रहे संघर्ष में एक महत्वपूर्ण क्षण है, क्योंकि वे अपनी मांगों के लिए दबाव बनाना जारी रखे हुए हैं।
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