लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो) समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों के चलते त्योहारों के रंग फीके हो गए हैं। सब्जी से लेकर खाद्य पदार्थो और तेल के दाम इतने बढ़े हुए है कि घरों में पकवान की सुगंध किचन से बाहर नहीं आ पाती है। भाजपा राज में ‘महामंहगाई‘ मे पुराने मुहावरे का नया प्रयोग ‘मंहगे तेल ने जनता का तेल निकाला‘ हो गया है। भाजपाई अर्थशास्त्र में मूल्य बढ़ने का कारण ‘मांग बढ़ना‘ नहीं, बल्कि बेलगाम ‘मुनाफाखोरी‘ बढ़ना होती है।
श्रीयादव ने कहा भाजपा ‘मुनाफाखोरी‘ और ‘बोरी की चोरी‘ दोनो के लिए जानी जाती है। जनसामान्य जहां दैनिंक जीवन में तमाम परेशानियों से गुजर रहा है। वहीं सरकार बडे़-बड़े विज्ञापन प्रकाशित कर न जाने किस विकास का बखान करती है। प्रदेश में विकास के नाम पर यदि कुछ हो रहा है तो वह है अपराध और अपराधियों का विकास। मुख्यमंत्री जी का जीरो टालरेंस अब डिक्शनरी का एक शब्द मात्र रह गया है। श्री यादव ने कहा दीवाली के पावन पर्व पर भाजपाई भले उत्सव या महोत्सव का रिकॉर्ड बना लें लेकिन हकीकत यह है कि इस प्रदेश के अधिकांश लोग अंधेरे में जिंदगी बिताने को मजबूर है। तमाम कर्मचारियों को कई महीनों से वेतन नहीं मिला। संविदाकर्मी छोटे कर्मचारी सबसे ज्यादा बदहाल है।
श्रीयादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश को अंधेरे में डुबो दिया है। बिजली संकट से लोग त्रस्त है। किसान को न गन्ने का बकाया मूल्य मिला है और नहीं उसकी आय दोगुनी हुई है। नौजवानों की जिंदगी में अंधेरा है। रोटी-रोजगार की कोई गुंजाइश नहीं। प्रदेश की भाजपा सरकार के लाखो करोड़ के निवेश के दावे कितने खोखले है, इसी से साबित होता है कि भाजपा सरकार ने औद्योगिक विकास के लिए कोई जमीन चिन्हित नहीं की है। भाजपा झूठी दावेदारी करती है, उनके दावों के आधार पर कोई जमीन नहीं होती है। श्रीयादव ने कहा कि सच तो यह है कि दीपावली के पावन पर्व पर भाजपा सरकार ने देश की तस्वीर को ही धुंधला बना दिया है। जीवन और स्वास्थ्य की रक्षा की पूरी तरह उपेक्षा है। नाकाम भाजपा सरकार का इस पर्व पर यही संदेश है कि उन पर भरोसा करना धोखा होगा। पीडीए ही जनता के लिए एक रक्षा का विकल्प है।