‘‘उनके परिवार के प्रति व्यक्त की संवेदना’’
नई दिल्ली। (आवाज न्यूज ब्यरो) दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के आवास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी ने डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार की रात निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली ने मनमोहन सिंह के निधन की घोषणा की। उन्हें गंभीर हालत में रात करीब साढ़े आठ बजे आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया था। एम्स ने एक बुलेटिन में कहा कि 26 दिसंबर को ‘‘उनका आयु संबंधी चिकित्सा उपचार जारी था और वह घर पर अचानक बेहोश हो गए।’’
मोदी, शाह और नड्डा ने मनमोहन सिंह को दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। उनके साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने दिल्ली में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने के बाद उनके आवास से रवाना हुए।
एम्स के बुलेटिन में कहा गया, ‘‘उन्हें घर पर तत्काल होश में लाने के प्रयास किए गए। उन्हें रात आठ बजकर छह मिनट पर दिल्ली एम्स लाया गया। तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें होश में नहीं लाया जा सका और रात 9.51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।’’ मनमोहन सिंह ने भारत के 14वें प्रधानमंत्री के रूप में वर्ष 2004 से 2014 तक 10 वर्षों तक देश का नेतृत्व किया। पिछले कुछ माह से उनका स्वास्थ्य खराब था। उनके परिवार में पत्नी गुरचरण सिंह और तीन बेटियां हैं। उनके अस्पताल में भर्ती होने की खबर मिलते ही कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा और सोनिया गांधी अस्पताल पहुंचीं।
दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक राष्ट्र के 10 वर्षों तक प्रधानमंत्री रहे सिंह को दुनिया भर में उनकी आर्थिक विद्वता तथा कार्यों के लिए सम्मान दिया जाता था। मनमोहन सिंह का निधन ऐसे दिन हुआ जब कर्नाटक के बेलगावी में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में पार्टी के सभी शीर्ष नेता मौजूद थे। पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी बेलगावी से दिल्ली रवाना हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर दुख जताते हुये कहा कि वह भारत के सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक थे और उन्होंने देश की आर्थिक नीति पर गहरी छाप छोड़ी। मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार को निधन हो गया। वह 92 साल के थे। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर शोकाकुल है। साधारण परिवार से उठकर वह एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बने। उन्होंने वित्त मंत्री समेत विभिन्न सरकारी पदों पर कार्य किया और वर्षों तक हमारी आर्थिक नीति पर एक गहरी छाप छोड़ी। संसद में उनका हस्तक्षेप भी व्यावहारिक था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए।’’ मोदी ने कहा, ‘‘जब डॉ. मनमोहन सिंह जी प्रधानमंत्री थे और मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तब मेरे और उनके बीच नियमित बातचीत होती थी। हम शासन से संबंधित विभिन्न विषयों पर व्यापक विचार-विमर्श करते रहते थे। उनकी बुद्धिमत्ता और विनम्रता सदैव झलकती रहती थी।’’निधन पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं। ब्लिंकन ने उनके आर्थिक सुधारों को तो राष्ट्रपति दा सिल्वा ने आईबीएसए के निर्माण में उनकी भूमिका को याद किया।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की ओर से जारी बयान में कहा गया, “संयुक्त राज्य अमेरिका पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर अपनी संवेदना व्यक्त करता है। डॉ. सिंह अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी के सबसे बड़े समर्थकों में से एक थे और उनके काम ने पिछले दो दशकों में हमारे देशों द्वारा एक साथ मिलकर हासिल की गई अधिकांश उपलब्धियों की नींव रखी। अमेरिका-भारत असैन्य परमाणु सहयोग समझौते को आगे बढ़ाने में उनके नेतृत्व ने अमेरिका-भारत संबंधों की क्षमता में एक बड़ा निवेश किया। स्वदेश में, डॉ. सिंह को उनके आर्थिक सुधारों के लिए याद किया जाएगा, जिसने भारत के तेज आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया। हम डॉ. सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं और अमेरिका व भारत को एक साथ लाने के लिए उनके समर्पण को हमेशा याद रखेंगे।“
ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने गुरुवार (शुक्रवार की सुबह, भारतीय समयानुसार) को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और आईबीएसए (भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका) वार्ता मंच तथा ब्रिक्स समूह की स्थापना में उनके योगदान को याद किया। ब्राजील के राष्ट्रपति ने एक्स पर लिखा, “मेरे मित्र, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर मेरी संवेदनाए्ं। 21वीं सदी के पहले दशक में हमने अपने देशों के बीच संबंध बढ़ाने और एक न्यायपूर्ण दुनिया बनाने के लिए मिलकर काम किया। सिंह ने आईबीएसए के निर्माण – ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और भारत को एक साथ लाने, और ब्रिक्स की स्थापना में भाग लिया। 2012 में, जब मैं राष्ट्रपति नहीं था, हम नई दिल्ली में मिले और विकास, गरीबी, भूख से निपटने और ग्लोबल साउथ में सहयोग के बारे में बहुत सारी बातें कीं। भारत के लोगों, परिवार, दोस्तों और मनमोहन सिंह के साथियों के प्रति मेरी सहानुभूति।“पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया। वो 92 साल के थे। उन्हें गुरुवार की शाम तबीयत बिगड़ने पर दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स में भर्ती कराया गया था। भारत के 1991 के आर्थिक सुधारों के निर्माता के रूप में विख्यात, वित्त मंत्री और बाद में प्रधानमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल ने भारत के आर्थिक परिदृश्य को बदल दिया, इसकी नीतियों का आधुनिकीकरण किया और राष्ट्र को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एकीकृत किया। उनकी गिनती देश के बड़े अर्थशास्त्रियों में होती थी। मनमोहन सिंह 1998 से 2004 तक विपक्ष के नेता भी रहे। हालांकि, साल 2004 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मिली जीत के बाद उन्होंने देश के 14वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्होंने यूपीए-1 और 2 में प्रधानमंत्री का पद संभाला था। उन्होंने पहली बार 22 मई 2004 और दूसरी बार 22 मई 2009 को प्रधानमंत्री के पद की शपथ ली थी।
डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को पश्चिमी पंजाब के गाह में हुआ था, जो अब पाकिस्तान का हिस्सा है। उनके पिता का नाम गुरमुख सिंह और मां का नाम अमृत कौर था। उन्होंने साल 1958 में गुरशरण कौर से शादी की थी। उनकी तीन बेटियां भी हैं, जिनका नाम उपिंदर सिंह, दमन सिंह और अमृत सिंह हैं।
