भारत की कम्युनिस्ट पार्टी(मार्क्सवादी), फर्रुखाबाद के सदस्य का0 मदनलाल वर्मा का देहांत हो गया था। आज दिनांक-23 दोलअप्रैल,2025 को उनकी स्मृति में उनके निवास-स्थान बिर्राबाग में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी( मार्क्सवादी), फर्रुखाबाद की जिला कमेटी द्वारा कामरेड सतीश चंद्र ‘ सतीश ‘ की अध्यक्षता में शोक-सभा का आयोजन किया गया। जिसमें उनके चित्र पर पुष्पांजलि तथा दो मिनट मौन रखने के बाद शोक-सभा कोसंबोधित करते हुये का0 मुकुट सिंह, सदस्य राज्य मंत्रिपरिषद ने कहा कि का0 मदन लाल वर्मा का चले जाना जनपद के कम्युनिस्ट आंदोलन की गंभीर क्षति है।
का0 मदनलाल वर्मा वर्ष 1970 से पार्टी के सदस्य थे, उन्होंने अपने जीवन का बहुत बड़ा हिस्सा मजदूर-किसान आंदोलन को समर्पित कर दिया। आज जब सरकार की जन-विरोधी कारपोरेट परस्त सांप्रदायिक नीतियों के कारण देश विनाश के कगार पर है, सरकार ने अमेरिकन साम्राज्यवाद के आगे
घुटने टेक दिये हैं तथा अपने देश के बाजारों को अमेरिका के लिये पूरी तौर से खोलने की तैयारी है। बिजली को निजी क्षेत्र में दिया जा रहा है, इनके सब तके खिलाफ जिस गति से आंदोलन और प्रतिरोध होना चाहिये, नहीं हो रहा है। आज सभी का कर्तव्य है कि पार्टी और वामपंथी आंदोलन को मजबूत कर सरकार की इन नीतियों के खिलाफ निर्णायक आंदोलन छेड़ दिया जाये।
सभा को संबोधित करते हुये पार्टी के जिला मंत्री कामरेड सुनील कुमार कटियार ने उनकी स्मृतियों को याद करते हुये उनके जिला मंत्री के कार्यकाल में हुये नगला वजीर खारबंदी का चकबंदी के विरुद्ध, खानपुर नगला में हरिजन बस्ती में हैन्ड पंप लगवाने हेतु,
बिर्राबाग में गलियां,नालियां और सड़क बनवाने हेतु एवं जरदोजी मजदूर यूनियन का गठन एवं मजदूरों की मजदूरी बढ़वाने हेतु आदि समस्याओं को लेकर व्यापक आंदोलन किये गये।
आज फिर संगठित होकर आम जनता के लिये व्यापक संघर्ष करने की जरूरत है।
शोक – सभा को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, फर्रुखाबाद के जिला मंत्री का0 अमित यादव, रामकृष्ण राजपूत, का0 नरवीर सिंह , का0 बलवीर सिंह, का0रामकुमार, माशूक अली तथा स्व0 का0 मदन लाल वर्मा के पुत्र अरविंद कुमार वर्मा ने संबोधित किया।
अंत में का0 सतीश चंद्र ‘ सतीश ‘ ने का0 मदनलाल वर्मा के साथ अपने काम की स्मृतियों को साझा करते हुये अध्यक्ष के दायित्व की पूर्ति की।
सभा का0 मदनलाल वर्मा जी के परिवारी जनों सहित लगभग एक सैकड़ा लोग उपस्थिति हुये। शोक सभा में ही पहलगाम में हुये आतंकी हमले की सख्त निंदा करते हुये मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा सरकार से अपराधियों को सजा देने की मांग की गई।
