लखनऊ।।(आवाज न्यूज ब्यूरो) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में फर्जी दस्तावेज लगाकर एक करोड़ रुपये का लोन लेकर हड़पने का मामला सामने आया है। मामले में 11 खाताधारकों, तीन बैंक अधिकारियों और तीन बिचौलियों पर एफआईआर दर्ज की गई है।
हसनगंज की डालीगंज स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में फर्जी दस्तावेज लगाकर 11 लोगों पर 1 करोड़ 6 लाख 15 हजार एक्सप्रेस क्रेडिट लोन हासिल करने का आरोप लगा है। इस मामले में क्षेत्रीय प्रबंधक विपिन सिंह ने सभी 11 लोन धारकों, तीन बिचौलियों, तत्कालीन शाखा प्रबंधक, फील्ड ऑफिसर और मैनेजर बैंकिंग ऑपरेशन के खिलाफ हसनगंज थाने में सोमवार को केस दर्ज कराया है।
विपिन सिंह के अनुसार 15 जुलाई 2023 से 30 जनवरी 2024 के बीच 11 खातेदारों को एक्सप्रेस क्रेडिट लोन पास किया गया। इस अवधि के दौरान शाखा के कारोबार में आश्चर्यजनक वृद्धि मिली। शक होने पर जांच की गई तो पता चला कि नियम को दरकिनार करते हुए फर्जी दस्तावेज के सहारे उक्त 11 खाताधारकों को 1 करोड़ 6 लाख 15 हजार का लोन पास किया गया था।
जांच में सामने आया कि लोन हासिल करने के लिए वेतन पर्ची, फर्जी केवाईसी, फर्जी जन्मतिथि का प्रमाण पत्र लगाया गया था। इस फर्जीवाड़े में बैंक के कुछ कर्मचारी और कुछ बिचौलिए भी शामिल रहे। जांच पूरी हो जाने के बाद क्षेत्रीय प्रबंधक विपिन सिंह ने पुलिस आयुक्त से शिकायत की थी।
ये हैं आरोपी लोन धारक
1- गब्बर, 2- श्रीमती कुसुमा, 3- गोपाल सिंह, 4- विनय कुमार, 5-सुमित कुमार, 6- धर्मपाल, 7- विजय कुमार, 8- अकील, 9- राम गोपाल, 10- उदयवीर सिंह और 11- अब्दुल हाफिज।
इन बिचौलियों पर हुआ केस
सर्वेश कुमार, सुमित कुमार और अंबेडकरनगर निवासी डाली सिंह।
इन बैंक अफसरों के नाम आए सामने
एफआईआर में तत्कालीन शाखा प्रबंधक संजीव त्रिपाठी, फील्ड ऑफिसर अमृता चटर्जी और मैनेजर बैंकिंग ऑपरेशन अमित जैन नामजद हैं। आरोप है कि तीनों ने ऋण दस्तावेजों का मूल्यांकन करने और बैंक के दिशा निर्देशों की देखरेख में लापरवाही की है। मैनेजर बैंकिंग ऑपरेशन अमित जैन ने बैंक से संबंधित आईडी व पासवर्ड को बिचौलियों के साथ साझाकर बैंक की गोपनीयता भंग की।