नई दिल्ली।(आवाज न्यूज ब्यूरो)। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच फोन पर हुई बातचीत को लेकर प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है।
पार्टी ने पहलगाम हमले और उसके बाद के घटनाक्रम की समीक्षा और सुझाव के लिए कारगिल युद्ध के समय की तरह एक विशेषज्ञ समिति गठित करने और उसकी रिपोर्ट संसद में रखे जाने की भी मांग की है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने बुधवार को पार्टी की ओर से इस मांग को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री को तीन देशों की यात्रा से लौटने के बाद तत्काल एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करनी चाहिए, ताकि विपक्ष के नेताओं को जानकारी दी जा सके कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति से टेलीफोन पर बातचीत में कहा क्या है। कांग्रेस चाहती है कि सरकार इस मुद्दे पर देश को विश्वास में ले। कांग्रेस ने उन खबरों को भी ‘बड़ा झटका’ करार दिया, जिनमें कहा गया है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को ट्रम्प के साथ वाशिंगटन में आज दोपहर के भोजन पर आमंत्रित किये गये हैं। कांग्रेस ने कहा है कि प्रधानमंत्री को टेलीफोन पर बातचीत के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति को इस पर भारत की नाराजगी से अवगत कराना चाहिए था। पार्टी ने कहा है कि आपरेशन सिन्दूर के दौरान 10 मई को संघर्ष विराम के बाद से लेकर अब तक 14 बार ट्रम्प ने दावा किया है कि उन्होंने युद्ध विराम में मध्यस्थता की, उन्होंने व्यापार को एक साधन के रूप में इस्तेमाल किया और उन्होंने पाकिस्तान और भारत को एक साथ रखा लेकिन प्रधानमंत्री अब तक चुप्पी साधे रहे। गौरतलब है कि मोदी ने जी 7 शिखर सम्मेलन के सिलसिले में कनाडा की अपनी यात्रा के दौरान वहीं से ट्रम्प के साथ फोन पर आधे घंटे से भी अधिक बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं की आतंकवाद, ऑपरेशन सिन्दूर और पाकिस्तान के बारे में बहुत खुलकर बात हुई। विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस वार्ता में मोदी ने दो टूक शब्दों में कहा कि लड़ाई रोकने के लिए व्यापार समझौते या मध्यस्थता की कोई बात नहीं हुयी थी और भारत इसे कतई स्वीकार नहीं करता है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कनाडा से रवाना होने के पहले एक वक्तव्य में कहा कि मोदी और राष्ट्रपति ट्रम्प की द्विपक्षीय मुलाकात जी 7 शिखर सम्मेलन के इतर होनी तय थी, लेकिन ट्रम्प को जल्दी वापस अमेरिका लौटना पड़ा, जिसके कारण यह मुलाकात नहीं हो पायी। इसके बाद, राष्ट्रपति ट्रम्प के आग्रह पर दोनों नेताओं की फोन पर बात हुई। कांग्रेस ने कारगिल की लड़ाई के बाद तत्कालीन वाजपेयी सरकार द्वारा गठित के सुब्रह्मण्यम समिति की ही तरह पहलगाम हमले और उसके बाद के घटनाक्रम की जांच के लिए समिति बनाये जाने की मांग करते हुए कहा है, “ हम भी इसी तरह की कवायद चाहते हैं। एक व्यापक आकलन करें। पहलगाम के बाद क्या हुआ? ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान क्या हुआ? रमेश ने कहा,“ बेशक, हम समझते हैं कि कुछ संवेदनशील मुद्दे होंगे, जो रिपोर्ट का हिस्सा नहीं होंगे।”
