सीएचसी शमसाबाद में आयोजित  शिविर में  11  महिलाओं ने कराई नसबंदी

फर्रुखाबाद |  (आवाज न्यूज ब्यूरो) बढ़ती  जनसंख्या और कम होते संसाधनों के बीच हमें परिवार नियोजन के प्रति अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है | इसी रफ्तार से जनसंख्या वृद्धि होती रही तो एक दिन रहने और खाने के लिए हमें एक दूसरे का मुंह देखना पड़ेगा | इसलिए अभी समय है अपने परिवार को अपने ढंग से नियोजित किया जाए | यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दलवीर सिंह का l

सीएमओ ने कहा कि इस समय दंपति सम्पर्क पखवाड़ा चल रहा है | आशा कार्यकर्ता घर -घर जाकर लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक कर रहीं हैं l 11 जुलाई से 24 जुलाई तक परिवार नियोजन की सेवाएं स्वास्थ्य केंद्रों पर दी जायेंगी l इसके साथ ही कहा कि महिला नसबंदी की सेवाएं डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय महिला में प्रतिदिन प्रदान की जा रही हैं  l

इसी क्रम में बुधवार को सीएचसी शमसाबाद में शिविर लगाकर महिला नसबंदी की सेवा दी गई l

सीएचसी शमसाबाद के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ धन सिंह ने कहा कि हम सभी का भी फर्ज बनता है कि सभी ज़िम्मेदारी महिलाओं को न सौंप कर खुद भी उसको निभाने के लिए आगे आएं और अपने परिवार के प्रति अपने दायित्व को समझें l 

आज आयोजित  नसबंदी शिविर में 11  महिलाओं ने नसबंदी की सेवा प्राप्त की | 

 परिवार नियोजन के जनपद सलाहकार विनोद कुमार ने बताया कि 1 अप्रैल 2022 से अब तक जनपद में लगभग   95 महिलाओं ने नसबंदी की सेवा प्राप्त की है  |  1 पुरुष नसबंदी,  1945 महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी, 1351 महिलाओं ने आईयूसीडी, 1007 महिलाओं ने त्रैमासिक गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा और लगभग 4098 महिलाओं ने साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया को अपनाया है |  

विनोद ने बताया कि सीएचसी पर फाउंडेशन ऑफ रिप्रोडक्टिव हेल्थ सर्विसेज ऑफ़ इंडिया संस्था के द्वारा महिला नसबंदी शिविर लगाया गया । इन शिविरों का आयोजन डॉ आशा अरोड़ा स्टाफ नर्स नीरज, काउंसलर निशा मिश्रा और अश्वनी दुवे की देखरेख में किया गया |  

विनोद ने कहा कि नसबंदी कराने वाली महिलाओं को प्रोत्साहन राशि उनके खाते में भेजी जाएगी ।

 चिचौनापुर की रहने वाली 29 वर्षीय महिला सरिता (काल्पनिक नाम) ने सीएचसी पर लगे नसबंदी शिविर में नसबंदी की सेवा प्राप्त की | उन्होंने बताया कि मुझे और बच्चे नहीं चाहिए थे इसलिए आज शिविर में अपनी नसबंदी करा ली है l 

मिशन परिवार विकास कार्यक्रम के तहत आने वाले जिलों में नसबंदी अपनाने वाले पुरुषों को प्रोत्साहन राशि के रुप में 3,000 रुपये और महिलाओं को 2,000 रूपये की राशि दी जाती है। साथ ही नसबंदी के लिए दंपति को अस्पताल लाने वाली आशाओं को पुरुष नसबंदी पर 400 रुपये और महिला नसबंदी पर 300 रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। पीपीआईयूसीडी लगवाने वाली महिला को 300 रूपए और सेवा प्रदाता को 150 रूपए की धनराशि दी जाती है | अंतरा इंजेक्शन अपनाने वाली महिलाओं को 100 रुपये की राशि दी जाती है। वहीं इन महिलाओं को लाने वाली आशा कार्यकर्ता को 100 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

इस दौरान सीएचसी पर बीपीएम  आशुतोष, बीसीपीएम साधना, यूपीटीएसयू से परिवार नियोजन विशेषज्ञ,  आशा कार्यकर्त्ता और लाभार्थी मौजूद रहे |

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