परिवार नियोजन का अपनाओं उपाय, लिखो तरक्की का नया अध्याय
कन्नौज। (आवाज न्यूज ब्यूरो) विश्व जनसंख्या दिवस राष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता अभियान है। जिसे पूरे विश्व में 11 जुलाई को मनाया जाता है,ताकि आम जनता में परिवार नियोजन के फायदों के बारे में जागरूकता को बढ़ाया जा सके। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य बढ़ती जनसंख्या के कारण सोनू वाले दुष्प्रभावों और इससे जुड़ी परेशानियों व इसके अलावा बढ़ती जनसंख्या के मुद्दों से निपटने के लिए वास्तविक साधनों का पता लगाया जा सकें।
हर वर्ष विश्व जनसंख्या संख्या दिवस पर एक विशेष टीम के साथ मनाया जाता है।इस वर्ष की थीम है।”परिवार नियोजन का अपनाओं उपाय , लिखो तरक्की का नया अध्याय”है।
इस दिन के अवसर पर सोमवार को विनोद दीक्षित चिकित्सालय में मुख्य चिकित्साधिकारी डा.विनोद कुमार ने जन संख्या स्थिरीकरण पखवाड़े का शुभारंभ फीता काटकर किया।इस पखवाड़े के तहत इच्छुक लोगों को परिवार नियोजन की सेवाएं नि:शुक्ल प्रदान की जायेगी।
इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि जनसंख्या वृद्धि गंभीर समस्या है। इसका समाधान बहुत जरूरी है। देश,समाज और परिवार की प्रगति एवं समृद्धि के लिए इसका समाधान जरूरी है।
उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन से माता-पिता के जीवन व स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।मां व शिशु को अच्छा स्वास्थ्य, बच्चों की अच्छी देखभाल और पालन पोषण एवं शिक्षा के लिए परिवार नियोजन आवश्यक है।कम बच्चों पर माता-पिता बच्चों का अच्छे से पालन पोषण कर सकेगा जो अच्छा नागरिक बनेगा। जिससे समाज की उन्नति का स्तर भी ऊपर उठेगा।
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा.डी.पी.आर्या ने कहा कि तेजी से बढ़ती जनसंख्या के कारण बहुत सी समस्याएं उत्पन्न हो रही है। अगर दंपत्ति इस बात को निर्धारण करें कि एक या दो से अधिक बच्चे न हो तो हमारी जनसंख्या नियंत्रण हो सकती है।
उन्होंने कहा कि 16 जुलाई से चलने वाले दंपति संपर्क पखवाड़े के तहत जिनकी हाल में शादी हुई है या जिनके एक बच्चा हुआ है। ऐसे दंपत्ति को अस्थाई परिवार नियोजन के साधन अपनाने चाहिए।
ऐसे सभी दंपति को जागरूक किया जायेगा कि पहला बच्चा 2 साल बाद, दूसरा बच्चा 3 वर्ष से अधिक समय के बाद तथा 2 बच्चे हो चुके है तो परिवार नियोजन के स्थाई साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया जायेगा।
जिला परिवार नियोजन सलाहकार ने बताया कि जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़े के दौरान गर्भनिरोधक की मांग पर प्रत्येक लाभार्थी को दो माह तक का अतिरिक्त गर्भनिरोधक सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। ताकि लाभार्थी को बार-बार गर्भनिरोधक प्राप्त करने हेतु सामुदायिक केंद्र पर आना पड़ेगा। कंडोम बाक्स में नियमित रूप से भरा जाएगा। बास्केट आप च्वाइस पर इच्छुक दंपति को परिवार नियोजन पर परामर्श दिया जायेगा। इसके अलावा मांग एवं खपत के अनुसार स्वास्थ्य केन्द्रों पर आवश्यक मात्रा में गर्भनिरोधक साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी।
उन्होंने ने बताया कि जिले में वित्तीय वर्ष 2021-22 में 14 पुरुषों ने नसबंदी वही , महिलाएं नसबंदी 849 करवाई है । इसके बाद ही पीपीआईयूसीडी 9728,आईयूसीडी 7750 अंतरा 4430 छाया 13696 माला एन, सेरेब्रल पाल्सी 36497, टीटीके 508450व 612472 कंडोम सरकारी क्षेत्र से इस्तेमाल हुए ।
इस दौरान जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा.गीतम सिंह,डा.रमेश चन्द्रा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक दीपक राय सहित कई स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।