लखनऊ।(आवाज न्यूज ब्यूरो) प्रदेश सरकार के अधिकारियों पर दलितों के अपमान और जलशक्ति विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर लखनऊ से दिल्ली तक हलचल पैदा करने वाले राज्यमंत्री दिनेश खटीक के तेवर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद नरम पड़ गए। खटीक ने इस्तीफा वापस लेने का संकेत देते हुए कहा कि वह पहले की तरह काम करते रहेंगे।
गुरुवार को राज्यमंत्री दिनेश खटीक की मुख्यमंत्री से मुलाकात का शासन और सत्ता के गलियारों में सुबह से इंतजार था। खटीक को शाम चार बजे मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचना था, वह ठीक शाम 4.09 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंच गए। खटीक के पहुंचने के बाद करीब 4.20 बजे जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी मुख्यमंत्री आवास पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने स्वतंत्र देव और दिनेश खटीक को पास-पास बैठाकर खटीक का पक्ष सुना। खटीक ने कामकाज का बंटवारा नहीं होने, उनकी संस्तुति पर तबादले नहीं होने, अधिकारियों की ओर से सुनवाई नहीं होने सहित अन्य शिकायतें सीएम के सामने रखी। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने उनकी शिकायतों को दूर करने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री से करीब 40 मिनट तक चली बातचीत के बाद खटीक शाम 4.50 बजे मुख्यमंत्री आवास से बाहर गए।
मुख्यमंत्री आवास के बाहर मीडिया से बातचीत में खटीक ने कहा कि उन्होंने अपनी शिकायतें और मुद्दे सीएम के सामने रख दिए हैं उन पर कार्रवाई होगी। इस्तीफे के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह पहले जैसे काम कर रहे थे वैसे करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि योगी सरकार भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह उनके बड़े भाई की तरह हैं।
सूत्रों के मुताबिक जलशक्ति विभाग के राज्यमंत्री दिनेश खटीक और रामकेष निषाद को कामकाज का आवंटन जल्द किया जाएगा। दोनों राज्यमंत्रियों को सम्मानजनक काम देने के साथ अफसरों को भी उन्हें तवज्जो देने के निर्देश दिए जाएंगे।
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