डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सीएम से की थी शिकायत
लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो) योगी सरकार ने यूपी के स्वास्थ्य विभाग में गलत तरीके से किए गए तबादलों को गंभीरता से लिया है। डॉक्टरों के तबादले रोकने को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ा फैसला लिया है। इसी क्रम में शनिवार को गलत तरीके से 48 चिकित्सकों के तबादले का आदेश निरस्त कर दिया गया। लेवल वन के 313 चिकित्साधिकारियों के किए गए स्थानांतरण में 48 ऐसे चिकित्सकों के नाम गलत ढंग से सूची में अंकित हो गए थे जो लेवल 2 और लेवल 3 के आयुष दंत अन्य संवर्ग के थे। इसे लेकर तमाम विवाद भी हुये। अंततः इन सभी 48 चिकित्सकों का स्थानांतरण रद्द कर दिया गया। स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों की लिस्ट पर मंथन जारी है।
आदेश में कहा गया है कि वार्षिक स्थानान्तरण सत्र 2022-23 में कार्यालय महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवायें की ओर से लेवल-1 के 313 चिकित्साधिकारियों के किये गए। नीतिगत ट्रांसफर में 48 ऐसे चिकित्सकों के नाम गलती से सूची में अंकित हो गए थे, जो लेवल-2 और 3 यानी आयुष और डेंटल सर्जन संवर्ग के थे। इसी कारण इस गलती को सुधारते हुये तबादले को निरस्त किया जा रहा है।
इससे पहले यूपी के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों के हुए तबादलों में गड़बड़ी पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने नाराजगी जताई थी। बिना जानकारी के उनके ही विभाग में किए गए तबादलों की शिकायत डिप्टी सीएम ने सीएम योगी आदित्यनाथ से की थी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने 4 जुलाई को मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा था कि चिकित्सा विभाग में बड़े पैमाने पर तबादले किए गए थे। इसमें कई तरह की गड़बड़ियां पाई गई हैं। ब्रजेश पाठक ने आपत्ति जताई थी कि तबादलों में स्थानांतरण नीति का पालन नहीं किया गया।
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