लखनऊ।(आवाज न्यूज ब्यूरो) लखीमपुर खीरी में दो बहनों की हत्या मामले में गुरुवार को पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस कर नया खुलासा किया है। पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने बताया कि दुष्कर्म के बाद घटना को कुल छह लोगों ने अंजाम दिया। नामजद छोटू सहित छह आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। आरोपियों की पहचान छोटू, सुहेल, जुनैद, हफीजुल्लाह, करीमुद्दीन, आरिफ के रूप में हुई है। पुलिस ने एक अभियुक्त जुनैद को झंडी चैकी क्षेत्र में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है, जुनैद के पैर में गोली लगी है। दोनों लड़कियों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पुलिस ने पॉक्सो और संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने चारों आरोपियों को हिरासत में लिया है।
आरोपी बहला-फुसलाकर किशोरियों को ले गए थे खेत
एसपी के मुताबिक, आरोपी लड़कियों को बहला-फुसला खेत में ले गए थे। सभी आरोपी आपस में दोस्त हैं। मुख्य आरोपी छोटू मौके पर मौजूद नहीं था। सुहेल और जुनैद ने पूछताछ में दुष्कर्म की बात कबूल की है। मुख्य साजिशकर्ता गांव के छोटू ने ही किशोरियों से इनकी दोस्ती कराई थी। लेकिन बुधवार को आरोपी बहला फुसलाकर दोनों लड़कियों को खेत में ले गए और वहां दुष्कर्म किया। पोस्टमार्टम परिवार वालों की मौजूदगी में कराया जा रहा है, जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है। कल ऐसी बात सामने आई थी कि पुलिस ने जबरन पोस्टमार्टम कराया, जोकि गलत है। आरोपियों के कपड़े का और उनका डीएनए टेस्ट भी कराया जा रहा है।
पेड़ पर लटके मिले थे दोनों बहनों के शव
जिले के निघासन थाना इलाके के एक गांव में बुधवार शाम करीब छह बजे अनुसूचित जाति की दो सगी बहनों के शव पेड़ से लटके मिले थे। मां का कहना है कि शाम करीब पांच बजे उनके सामने ही एक पड़ोसी और तीन अन्य लोग दोनों बेटियों को अगवा कर ले गए थे। घटना से गुस्साए परिजनों ने ग्रामीणों के साथ सदर चैराहे पर जाम लगा दिया।
बाइक पर लड़कियों को जबरन उठा ले गए थे आरोपी
मामले में देर शाम आईजी लक्ष्मी सिंह ने आरोपियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर जाम समाप्त हुआ। आशंका जताई जा रही थी कि तीन आरोपी दूसरे समुदाय के हैं। मां के मुताबिक दोनों नाबालिग बेटियां घर के बाहर लगी मशीन पर चारा काटने गईं थीं। शाम करीब पांच बजे पड़ोसी गांव के तीन युवक बाइक पर सवार होकर आए और दोनों को जबरन बाइक पर बैठाकर भागने लगे। मां ने शोर मचाते हुए बाइक सवारों का पीछा किया, लेकिन वे उन्हें धक्का देकर भाग निकले। शोर सुनकर गांव वाले भी इकट्ठा हो गए और आरोपियों की तलाश शुरू की। करीब एक घंटे बाद गांव के ही एक व्यक्ति के खेत में उनका शव खैर के पेड़ से लटका मिला।
उपमुख्यमंत्री ने घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि लखीमपुर की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। इस दुख की घड़ी में सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। अपराध करने वाला एक भी अपराधी बच नहीं पाएगा। उनके खिलाफ ऐसी कठोरतम कार्रवाई की जाएगी जो एक मिशाल बनेगी।
नहीं लगाई गई अपहरण की धारा
एफआईआर में घर में घुसकर मारपीट, दुष्कर्म, हत्या और पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि मामले में आरोपियों पर अपहरण की धारा नहीं लगाई गई है।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक बोले- मामले पर थी सरकार की नजर
लखीमपुर की घटना बहुत ही दुखःद है। सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है। सरकार सीधे नजर बनाए हुए थी। लखीमपुर की घटना का पर्दाफाश हो गया है। आरोपियों ने पहले बच्चियों के साथ दुष्कर्म किया फिर हत्या कर लटका दिया।
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