एसएफआई ने सीएम से की मांग: छात्राओं का परीक्षा केंद्र उनके गृह जनपद में ही किया जाए
लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो) प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (पीईटी) में विद्यार्थियों, खासकर छात्राओं के सेंटर काफी दूर भेजे जाने पर स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) की राज्य कमेटी ने नाराजगी जताई है।
एसएफआई पदाधिकारियों ने कहा है कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा 15 अक्तूबर को होने वाली प्रारंभिक पात्रता परीक्षा में अभ्यर्थियों के परीक्षा केंद्र उनके जिलों में न देकर 100 से 200 किमी दूर अन्य जिलों में दे दिया गया है। इससे उनको काफी परेशानी उठानी पड़ेगी। इसे लेकर न सिर्फ विद्यार्थी बल्कि उनके अभिभावक भी काफी परेशान हैं। पीईटी में लगभग 30 लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे ज्ञापन में एसएफआई के प्रदेश सचिव विवेक विक्रम सिंह ने यूपी सरकार से मांग की है कि छात्राओं का परीक्षा केंद्र उनके गृह जनपद में ही किया जाए। वहीं परीक्षा के एक दिन पहले, उस दिन और एक दिन बाद अतिरिक्त बसें चलाई जाएं। प्रवेश पत्र के आधार पर सरकारी वाहनों में अभ्यर्थियों का किराया निःशुल्क किया जाए।
संगठन के प्रदेश संयुक्त सचिव राजीव तिवारी ने कहा कि पिछले साल ग्राम विकास अधिकारी की परीक्षा में करीब 14 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए। उनको भी परीक्षा के दौरान काफी दिक्कतें हुई थीं। इसके मद्देनजर छात्राओं का परीक्षा सेंटर उनके गृह केंद्र में देना जरूरी है।