निकाय चुनाव : वार्ड वार तैयारियों में मोहन अग्रवाल अव्वल, मीटिंग में समर्थकों का उमड़ता हुजूम

‘‘जनता का आशीर्वाद मिला तो फर्रुखाबाद नगरपालिका को प्रदेश में मॉडल के तौर पर बनाएंगे’’


फर्रुखाबाद(आवाज न्यूज ब्यूरो)
समाजसेवी मोहन अग्रवाल इन दिनों निकाय चुनाव को लेकर वार्ड वार तैयारियों में जुटे हैं। इस समय श्री अग्रवाल 4 वार्डों में मीटिंग कर चुके हैं, जहां सैकड़ों समर्थकों का हुजूम उमड़ता दिख रहा है।
आपको बतादें कि समाजसेवी मोहन अग्रवाल फर्रुखाबाद नगर पालिका का चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतर आये हैं। समाजसेवी मोहन अग्रवाल फर्रुखाबाद विकास मंच के बैनर तले वार्ड वार मीटिंग कर अपनी बात को आमजनमानस के बीच पहुंचा रहे हैं। संगठन संस्थापक मोहन अग्रवाल के नेतृत्व में 4 वार्डाे में हुई मीटिंग में सैकड़ों लोगों ने संगठन की सदस्यता ले ली है। सभी ने एक स्वर में बदलाव के नारे के साथ चलकर आने वाले दिनों में नगर पालिका परिषद फर्रुखाबाद के चुनाव में बनवास को खत्म करने की बात कही।
शहर के वार्ड नंबर 27 महाराणा प्रताप नगर व वार्ड नंबर 4 नानक नगर में हुई बैठक में बड़ी संख्या में लोगों ने संगठन का दामन थामा। संगठन संस्थापक मोहन अग्रवाल ने वार्ड नंबर 27 महाराणा प्रताप नगर से आदर्श दुबे को अध्यक्ष, अभिषेक शुक्ला उपाध्यक्ष, पीयूष अवस्थी महामंत्री, कमलेश दुबे महामंत्री, ऋषभ उपाध्यक्ष नियुक्त किए।
वार्ड नंबर 4 नानक नगर से निहाल सिंह गंगवार अध्यक्ष अनुज कटियार महामंत्री, मनोज कटिहार महामंत्री, विमल कटियार उपाध्यक्ष, निर्मल कटियार उपाध्यक्ष, अजय कुमार सैनी उपाध्यक्ष नियुक्त किए। वहीं बड़ी संख्या में दोनों वार्डाे से सदस्य भी जोड़े गए हैं। इस दौरान बड़ी संख्या में बुजुर्गों ने भी अपने अनुभव साझा किए।
मोहन अग्रवाल ने बताया कि अभी तक 34 वार्ड में फर्रुखाबाद विकास मंच के परिवार का विस्तार हो चुका है और हजारों की संख्या में सदस्य जुड़ चुके हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि वह खुद को सौभाग्यशाली समझते हैं कि मेरा परिवार इतनी जल्दी इतना विशाल हो गया है कि आज हजारों लोगों का कारवां मेरे साथ है।
आने वाले दिनों में नगर पालिका परिषद फर्रुखाबाद के चुनाव में जनता का आशीर्वाद अगर उन्हें मिलता है, तो वह है फर्रुखाबाद नगरपालिका को प्रदेश में मॉडल के तौर पर बनाएंगे।

Check Also

हम नहीं देख पाए, वो अब भी गा रहे थे: गांव की बाल्कनी से उड़ती स्मृतियाँ

शहरों की भीड़ में रहते हुए हम जैसे संवेदना शून्य होते चले जाते हैं। वहां …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *