नई दिल्ली।(आवाज न्यूज ब्यूरो) भारत के पूर्व रक्षामंत्री एंव समाजवादी पार्टी के संस्थापक दिवंगत मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत पद्म विभूषण दिया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के द्वारा यह सम्मान नेता जी के बेटे और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ग्रहण किया। राष्ट्रपति भवन में सम्मान समारोह का भव्य आयोजन …
Read More »प्रतिष्ठा की हानि में सबूत हो संस्कारधानी
पिछले कुछ वर्षों में भारत में मानहानि के मामलों में वृद्धि हुई है। तुच्छ आधारों पर, सरकार के नेता एक-दूसरे के खिलाफ मानहानि के मुकदमे दायर करते हैं, इसके बाद क्रॉस-मानहानि के मुकदमे होते हैं। अरविंद केजरीवाल, राहुल गांधी और स्मृति ईरानी जैसे राजनेताओं के खिलाफ कई मामले दर्ज किए …
Read More »मेहनत की सिसकियाँ, नक़ल माफिया और राजनीतिक बैसाखियाँ
नकल विरोधी कानून सरकार की एक अच्छी पहल है परंतु इसमें एक और संशोधन करके यह शामिल किया जाना चाहिए कि जिस नेता या उसके रिश्तेदार करीबी का नाम पेपर लीक में हो उससे 10 सालों तक चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगा दी जाए सारा खेल खत्म हो जाएगा। बार-बार …
Read More »देश में अमृतकाल, बजट से मालामाल या बुरे होंगे हाल-प्रियंका सौरभ
अगले वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले यह मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट है। केंद्रीय बजट से आम आदमी से लेकर उद्योग जगत को भी कई उम्मीदें हैं, कोरोना महामारी के बाद भारत की घरेलू अर्थव्यवस्था की हालत दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले बेहतर है, …
Read More »भारतीय गणतंत्र के लिए खतरे -डॉ सत्यवान सौरभ
(73वां गणतंत्र दिवस 2023) यह सच है कि भारत ने महान लोकतांत्रिक उपलब्धियां प्राप्त की हैं, लेकिन स्वतंत्रता के बाद हमें इस देश और समाज में जिन उच्च आदर्शों की स्थापना करनी चाहिए थी, हम आज ठीक इसके विपरीत दिशा में जा रहे हैं और भ्रष्टाचार, दहेज, मानव घृणा, हिंसा …
Read More »केंद्र और राज्य सरकार के बीच पिसता आम आदमी -प्रियंका सौरभ
एक दशक से देश की सियासत में एक तरह की राजनीति कुछ अलग ही तरीके से चल पड़ी है, जिसके चलते छोटे-छोटे मामलों पर बड़े-बड़े पदों पर बैठे लोगों को अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। केंद्र से अलग पार्टी की सरकार वाले राज्यों के पास अक्सर …
Read More »राजनीतिक लाभ के लिए सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग – डॉ सत्यवान सौरभ
स्वतंत्र, कानून का पालन करने वाले संस्थान आवश्यक जांच और संतुलन सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे मजबूत और लचीले लोकतंत्रों के लिए अंतिम आधार प्रदान करते हैं। हाल ही में, भारत में समाज के कमजोर वर्गों द्वारा विरोध की कई घटनाएं हुई हैं। इसके अलावा, असहमति के …
Read More »लोकतंत्र के मंदिर की फीकी पड़ती चमक-प्रियंका सौरभ
संसद में कामकाज न चलने तथा शोर-शराबे के कारण लोकतांत्रिक व्यवस्था से लोगों का विश्वास भी डिगता है। इसलिए यह बेहद जरूरी हो गया है कि संसद के सुचारू संचालन में बाधा बनने वाले नियमों में जल्द से जल्द सुधार किया जाए। हमारे संसदीय लोकतंत्र के मूल्यों को बनाए रखने …
Read More »आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हथियार, विरोधाभास और जोखिम में संसार।
इन हथियारों के प्रयोग में नैतिक विरोधाभास है, एआई हथियार प्रणालियों के नियंत्रण, सुरक्षा और जवाबदेही से समझौता करता है; यह नेटवर्क सिस्टम के बीच साझा दायित्व के जोखिम को भी बढ़ाता है, खासकर जब हथियार विदेशों से मंगाए जाते हैं। नीति निर्माण के लिए चुनौती है क्योंकि सैन्य सिद्धांत …
Read More »सरकार की हेराफेरी, जनगणना में देरी
जनगणना में देरी का मतलब है कि 2011 की जनगणना के डेटा का इस्तेमाल जारी रहेगा। एक जनगणना तब होती है जब राज्य प्रत्येक व्यक्ति से जुड़ता है और डेटा को छुपाना मुश्किल होगा। उम्र, लिंग, आर्थिक स्थिति, धर्म और बोली जाने वाली भाषाओं का पता लगाने से दूसरे क्रम …
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