बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) आठवीं शताब्दी के बाबा कालेश्वर नाथ मंदिर सिखाना कन्नौज में खाटू श्याम बाबा का संगीतमय दिव्य जागरण कानपुर से पधारे मयंक म्यूजिकल ग्रुप के भजन प्रमाग में शामिल गायक यश दुबे, दीपांशी तिवारी, कुमार पवन, शिवम जौहरी द्वारा प्रस्तुत किया गया।
घने कोहरे के बाबजूद मंदिर प्रांगण खाटू श्याम भक्तों से खचाखच भरा था। गायकों की रसमय वाणी व वाद्य यंत्रों की झंकार, तालियां बजा रहे भक्तों का आनंद में झूम-झूम जाना दर्शकों को अनायास ही अपनी ओर आकर्षित कर रहा था। खाटू श्याम का श्रंगार युक्ति दिव्य मंच, भक्तों का पूजन अर्चन करना व माथा टेकना खाटू श्याम दरबार की अनुभूति करा रहा था। कान्यकुब्ज साथी संस्था द्वारा आयोजित जगराता कार्यक्रम की अध्यक्षता 94 वर्षीय दंडी संत ब्रह्म आश्रम जी कर रहे थे। मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए दंडी स्वामी रामेश्वरम आश्रम ने कहा भीम के पौत्र बर्बरीक ही खाटू श्याम के रूप में कलयुग में सबका कल्याण कर रहे हैं। मां वैष्णवी की सघन साधना से मां वैष्णवी और योगेश्वर कृष्ण का साक्षात हुआ। महाभारत युद्ध में पांडवों की ओर से किसी की बलि देनी थी। जिसमे कृष्ण अर्जुन बर्बरीक के नाम शामिल थे। बर्बरीक ने सहर्ष ही अपना शीश श्री कृष्ण को अर्पण कर दिया। कृष्ण ने प्रसन्न होकर बर्बरीक से वरदान मांगने को कहा उसने कहा मैं महाभारत युद्ध देखूं तथा मेरा शीश का कभी अंत ना हो कृष्ण ने तथास्तु कहा।
मुख्य वक्ता आनंद धाम पीठाधीश्वर कौशल जी महाराज ने कहा बर्बरीक को कृष्ण ने वह नाम दिया, श्याम जिसे कहकर मां यशोदा बुलाती थी। कलयुग में भक्तों का कल्याण करने के लिए कृष्ण ही खाटूश्याम के रूप में भक्तों की मनोकामना पूर्ण कर रहे हैं ।समारोह के स्वागताध्यक्ष जगदीश सैनी, संस्था के अध्यक्ष मनोज कुमार शुक्ल, मंदिर समिति अध्यक्ष जगपाल सिंह, संयोजक नीरज सैनी बबलू , डॉ ओम प्रकाश दुबे आदि ने सभी संतो कलाकारों का सम्मान किया। जबकि विशेष रूप से तलैया चौकी स्थित खाटू श्याम मंदिर से जुड़े पंडित संदीप शर्मा, गोपाल कुमार का शाल ओढ़ाकर , प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। रात्रि 9बजे से शुरू हुआ जगराता प्रातः मंगला आरती के साथ पूर्ण हुआ।