कन्नौज : कारवाई न करने वाली कन्नौज पुलिस से खफा हो गया मानवाधिकार आयोग

अब एसपी को निर्देश मिला कि 4 सप्ताह में कृत कारवाई से कराए अवगत

बृजेश चतुर्वेदी

कन्नौज। सौरिख थाना इलाके के सौरिख विकास खंड दफ्तर में पंचायत चुनाव के नामांकन के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा नामांकन पत्र फाड़ने व बवाल करने की कवरेज इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार नित्य मिश्रा द्वारा किये जाने से नाराज आपराध से जुड़े लोगों ने पत्रकार व उसके साथी को बंधक बनाकर उसका वीडियो कैमरा तोड़ दिया और तीन माइक आई डी और मोबाइल लूटकर फरार हो गए थे। असमाजिक तत्वों ने पत्रकारों की हत्या करने की भी कोशिश की थी लेकिन पीड़ित पत्रकार नित्य मिश्रा किसी तरह से जान बचाकर भाग गए। हैरान करने वाली तो यह थी कि जब असामाजिक तत्व पत्रकार नित्य मिश्रा उसके साथी पत्रकार को पीट रहे थे कैमरा छीनकर तोड़ रहे थे मोबाइल आई डी लूट रहे थे उस दौरान पुलिस के 3 दरोगा एक दर्जन से ज्यादा सिपाही मूक दर्शक बने अपराधियो का साथ दे रहे थे। पुलिस कर्मियों ने किसी को भी न रोका और न पकड़ा। पीड़ित पत्रकार नित्य मिश्रा ने बताया पुलिस के सामने हुई घटना में पत्रकार व उसके साथी को काफी चोट आई और उसका ढाई लाख का सामान लूट लिया गया। पीड़ित पत्रकार ने कई बार कन्नौज पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर मुकदमा लिखने की गुहार लगाई हमले के सारे वीडियो और फोटो भी पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा को दिखाए लेकिन उन्होंने एक न सुनी और सत्ता के दबाव में आकर मुकदमा नही लिखा। न्याय के लिए दर दर भटक रहे पीड़ित पत्रकार ने अंतत: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाया। मानवाधिकार आयोग  ने पत्रकार की पीड़ा को समझते हुए मुकदमा दर्ज कर कन्नौज पुलिस को 8 सप्ताह में कार्यवाही कर पीड़ित पक्ष व आयोग को कार्यवाही से अवगत कराने के लिए निर्देशित किया है। 8 सप्ताह बीत जाने के बाद जब कन्नौज पुलिस द्वारा मामले पर कोई कार्यवाही नही की गई। तो पीड़ित पत्रकार ने फिर से राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को शिकायत की कि कन्नौज पुलिस द्वारा मानवाधिकार आयोग के निर्देशों को पालन नही किया गया है
पीड़ित पत्रकार की दूसरी शिकायत को गंभीरता से लेते हुए आयोग ने कन्नौज के पुलिस अधीक्षक प्रशान्त वर्मा पर तीखी टिप्पणी कहा है कि शिकायतकर्ता जो एक रिपोर्टर है, ने पहले यह कहते हुए आयोग से संपर्क किया था कि जब वह ब्लाक प्रमुख नामांकन चुनाव की खबर को कवर करने गया, तो माफिया ने उसके साथ मारपीट की, उसका कैमरा क्षतिग्रस्त कर दिया और पुलिस के सामने उसके दोस्त का फोन व माइक आई छीन लिया। मामला क्रमांक 25677/24/42/2021 के तहत एसपी को निर्देश के साथ मामले का निस्तारण कर पीड़ित पक्ष को अवगत कराने के लिए निर्देशित किया गया था। वर्तमान शिकायत में, शिकायतकर्ता का कहना है कि पुलिस द्वारा आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। आयोग ने मामले में संज्ञान लेते हुए इसे असामाजिक तत्वों द्वारा आपराधिक धमकी प्रकृति के मानवाधिकारों का उल्लंघन और कानूनी कार्रवाई करने में पुलिस की विफलता के रूप में माना है। शिकायत की एक प्रति एसपी, कन्नौज, उत्तर प्रदेश को भेजते हुए निर्देशित किया जा रहा है कि चार सप्ताह के भीतर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को प्रेषित की जाए।

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