विश्व योग दिवस बुधवार को
फर्रूखाबाद l (आवाज न्यूज ब्यूरो) विश्व में प्रत्येक वर्ष 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाता है l पुरातन काल से हमारे ऋषि मुनियों ने योग को अपने जीवन में ढाला और सैकड़ों वर्षों तक स्वस्थ जीवन जिए l आज की पीढ़ी के पास अपने स्वास्थ्य की देखभाल के लिए भी समय नहीं है | इसलिए आज की पीढ़ी को असमय ही बीमारियाँ घेर रहीं हैं | यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनीन्द्र कुमार का l
सीएमओ ने बताया कि जिले में 15 जून से 21 जून तक योग सप्ताह मनाया जा रहा है l जिले की समस्त सीएचसी, पीएचसी, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय पुरूष महिला और सिविल अस्पताल लिंजीगंज में योग के बारे में जानकारी दी जा रही है और योगाभ्यास कराया जा रहा है l
इसी क्रम में सीएचसी बरौन में योग प्रशिक्षक नेहा पांडे द्वारा आशा और समस्त स्वास्थ्य कर्मियों को योग सिखाया गया l
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और योग दिवस के नोडल अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि योग करने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है और काम में मन लगता है l अगर शरीर अस्वस्थ रहेगा तो आप कोई भी काम मन से नहीं करेंगे l
एसीएमओ ने कहा कि इस बार योग दिवस की थीम हर घर आंगन रखी गई है l साथ ही कहा कि जिले की समस्त स्वास्थ्य इकाईयों पर 21 जून को सुबह 9बजे योग दिवस मनाया जायेगा इस दिन लोगों को योग क्यों जरूरी यह जानकारी देने के साथ ही योग सिखाया जाएगा l
योग वेलनेश सेंटर सिविल अस्पताल लिंजीगंज में योग प्रशिक्षक के पद पर तैनात नेहा पांडे ने बताया कि योग करने से मनुष्य का जीवन निरोगी और तनाव मुक्त हो जाता है इससे थायराइड, मधुमेह, मोटापा, घुटनों में दर्द आदि में आराम मिलता है l
नेहा ने बताया कि सिविल अस्पताल लिंजीगंज में बहुत से लोग रोज योग सीखने आते हैं और अपने जीवन को तनाव मुक्त और सुखमय बना रहे हैं l
सिविल अस्पताल लिंजीगंज में तैनात आयुष चिकित्सक डॉ नवनीत गुप्ता ने कहा कि कोरोना काल में योग वरदान साबित हुआ है, जिस भी व्यक्ति को कोरोना ने घेरा उसने योग द्वारा उसको मात दी है l हम सभी को प्रतिदिन समय निकाल कर योग अवश्य करना चाहिए l
कोरोना काल में ही हमारे ऋषि मुनियों की देन योग के महत्व को लोगों ने समझा और अपने जीवन में ढाला l
इस दौरान एमओआईसी डॉ राणा प्रताप सिंह, वीसीपीएम विनीता सहित आशा और अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे l
केस 1
सिविल अस्पताल लिंजीगंज में लैब टेक्नीशियन के पद पर तैनात अंकित दीक्षित ने बताया कि कोरोना काल में तीन बार कोविड़ से ग्रसित हुआ लेकिन अस्पताल में भर्ती होने की जरुरत नहीं पड़ी क्योंकि मैंने रोज व्यायाम किया और आयुर्वैदिक औषधियों का सेवन किया यह योग ही जो आज मैं अपने आपको स्वस्थ महसूस करता हूं l
केस 2
खड़ियाई के रहने वाले 79 वर्षीय रामलखन बताते हैं मेरे घुटनों में काफ़ी दर्द रहता है, रोज योग करने से अब घुटनों के दर्द में कुछ आराम मिला है l
केस 3
गंगानगर कालोनी की रहने वाली 45 वर्षीय रश्मी गुप्ता कहती हैं कि मेरा वजन लगभग दो महीने पहले 90 किलो के आस पास था अब जब से लिंजीगंज में योग करने आती हूं मेरा वजन कुछ कम हुआ है l