लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो) गोरखपुर यूनिवर्सिटी बवाल मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। 22 आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। नामजद आरोपियों में 8 छात्र, एक ठेकेदार और अन्य बाहरी हैं। कल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने दीन दयाल उपाध्याय यूनिवर्सिटी के कुलपति से बदसलूकी और मारपीट की थी। कार्यकर्ताओं ने यूनिवर्सिटी में तोड़फोड़ कर जमकर उत्पात मचाया था। मुख्य नियंता की तहरीर पर 22 छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। कैंट पुलिस मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने दीन दयाल उपाध्याय यूनिवर्सिटी में शुक्रवार (21 जुलाई) को अनियमितता के खिलाफ हंगामा, प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे थे। देर तक इंतजार करने के बाद प्रदर्शनकारियों ने 3 बजे शाम कुलपति के कक्ष में घुसकर उत्पात मचाया। तोड़फोड़ की सूचना पर पुलिस कुलपति को बचाने पहुंच गई। कुलपति को पुलिस कक्ष से सुरक्षित बाहर निकालकर ले जाने लगी। यूनिवर्सिटी कैंपस में पुलिस को देखकर आक्रोशित कार्यकर्ता भड़क गए और उन्होंने कुलपति पर धावा बोल दिया। बीच बचाव करने आए पुलिसकर्मियों पर भी कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूटा। मौके पर काफी देर हंगामा होता रहा।
पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर स्थिति को काबू में किया। छात्रों की समस्याएं नहीं सुने जाने पर एबीवीपी कार्यकर्ता कुलपति से नाराज थे। 26 जून को तोड़फोड़ के बाद उन्होंने समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया था। कुलपति के साथ बदसलूकी मामले पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार से उपद्रवियों पर कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने खबर को ट्विटर पर शेयर कर आरोप लगाया कि एबीवीपी कार्यकर्ताओं की गुंडई को बीजेपी सरकार का संरक्षण प्राप्त है। आगे उन्होंने तंज कसते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री योगी के राज में सिर्फ गुंडागर्दी का विकास हुआ है। अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विचारधारा पर भी जबरदस्त हमला बोला।
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