दो दिन में 3.11 लाख लोगों ने खाई फाइलेरिया रोधी दवा
फर्रुखाबाद l (आवाज न्यूज ब्यूरो) फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जिले में 10 अगस्त से फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम चलाया जा रहा है l इसके लिए स्वास्थ्य कर्मी घर- घर जाकर फाइलेरिया रोधी दवा खिला रहे हैं। मुख्य चिकत्सा अधिकारी डा. अवनींद्र कुमार से सभी लोगों से अपील की है कि दवा जरूर खाएं। इसी क्रम में फाइलेरिया निरीक्षक अनिमेष शुक्ल ने सोमवार को अभियान को सफल बनाने के लिए शमसाबाद ब्लॉक के ग्राम रोशनाबाद में दौरा किया l
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनींद्र कुमार ने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत घर -घर जाकर स्वास्थ्य कर्मी फाइलेरिया रोधी दवा खिला रहे हैं l उन्होंने जनसामान्य से अपील की है कि स्वास्थ्य कर्मियों के सामने ही दवा खाएं, अगर कोई परेशानी होती है तो रैपिड रिस्पांस टीम फौरन इलाज के लिए उपलब्ध होगी l दवा सुरक्षित है यह फाइलेरिया से बचाव करेगी l
फाइलेरिया निरीक्षक अनिमेष शुक्ल ने कहा कि हाईड्रोसील हो जाना, हाथी पाँव हो जाना, महिलाओं के स्तन में सूजन आ जाना यह सब फ़ाइलेरिया के लक्षण हैं, फ़ाइलेरिया रोग मच्छरों से फैलता है । खासकर क्यूलेक्स मादा मच्छर के जरिए । जब यह मादा मच्छर किसी फाइलेरिया रोग से ग्रसित व्यक्ति को काटती है तो वह संक्रमित हो जाती है, फिर यह किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को काट लेती है तो फाइलेरिया के परजीवी रक्त के जरिए उसके शरीर में प्रवेश कर उसे भी फाइलेरिया से ग्रसित कर देते हैं। इस रोग के लक्षण तुरंत नजर नहीं आते हैं। पांच से 15 वर्ष में इसके लक्षण नजर आते हैं। इस बीमारी का कोई कारगर इलाज नहीं है। इसकी रोकथाम ही समाधान है। फाइलेरिया के लक्षण नहीं दिखने पर भी इस दवा का सेवन करना जरूरी है।
डीएमओ नौशाद अली ने बताया कि फ़ाइलेरिया रोग प्रबंधन के लिए पहली बार एक वर्ष से ऊपर और दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों को पेट के कीड़े निकालने की दवा खिलाई जा रही है। यह दवा खाली पेट नहीं खानी चाहिए | इसे खाना खाने के बाद खाना है। ऐसे व्यक्ति जो अधिक बीमार हो, गर्भवती एवं दो वर्ष से कम आयु के बच्चों को फाइलेरिया रोधी दवा नहीं खिलाई जाएगी।
फाइलेरिया निरीक्षक दीपांशु यादव ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान 10 और 11 अगस्त को चलाया गया इस दौरान जिले में 3.11 लाख लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाई जा चुकी है l 12 और 13 अगस्त को अवकाश होने के कारण सोमवार (14 अगस्त) को जिला स्तर पर अभियान चलाया गया।
रोशनाबाद के रहने वाले 45 वर्षीय रामबाबू ने बताया –‘मैंने फाइलेरिया से रोकथाम की दवा खा ली है l सभी लोग दवा का सेवन करें l’
फाइलेरिया के लक्षण :
-सामान्यतः तो इसके कोई लक्षण स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देते हैं।
-बुखार, बदन में खुजली तथा पुरुषों के जननांग और उसके आस-पास दर्द और सूजन की समस्या ।
-पैरों व हाथों में सूजन, हाथी पाँव और हाइड्रोसील के रूप में भी यह समस्या सामने आती है।
फाइलेरिया से बचाव :
*मच्छरो से बचने के लिए मच्छर दानी का प्रयोग करें
*घर के आस-पास कूड़ा इकठ्ठा न होने दें, कूड़ेदान का प्रयोग करें
*आसपास पानी जमा न होने दें
*गन्दे पानी में केरोसिन भी डाल दें
*चोट या घाव वाले स्थान को हमेशा साफ़ रखें
* पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें