‘‘विजिलेंस की निगरानी में बैंक’’
‘‘रिजर्व बैंक ने तलब की फर्जीवाड़े की रिपोर्ट’’
लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो) आम आदमी को बैंक से कर्ज लेना दो दूर खाता खुलवाने के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ती है मगर बैंक ऑफ इंडिया बरौली मलिक के मैनेजर अमन वर्मा व उसके साथियों ने तो खुद अपनी ही बैंक लूट ली। दो चार नहीं बल्कि दूसरों के नाम से 60 से अधिक खाते खोले और हर खाते से 10 से 12 लाख तक का कर्ज निकालकर करोड़ों रुपये डकार गए। करीब आठ मामलों की जांच के दौरान पुलिस व बैंक के अधिकारियों के सामने यह खुलासा हुआ है।
जैदपुर थाना के बरौली मलिक कस्बे में स्थित बैंक ऑफ इंडिया बीते सितंबर माह में तब चर्चा में आया जब कई गांव के लोगों ने यह शिकायत करनी शुरू कर दी कि उन्होंने कोई कर्ज नहीं लिया मगर बैंक से लाखों रुपये की ऋण वसूली की नोटिस घर पहुंच रही है। दो तीन मामले सामने आने के बाद जांच शुरू हुई।
पता चला कि बैंक मैनेजर अमन वर्मा, सहायक शैलेंद्र प्रताप ने अपने लखनऊ निवासी साथी सुरेश रावत के साथ मिलकर यह गबन किया। आठ अक्तूबर को पुलिस ने तीनों को दबोचकर मामले का खुलासा किया। बैंक की विजलेंस ने भी जांच की। आठ मुकदमों की जांच के दौरान पता लगा है कि बैंक मैनेजर व उसके साथियों ने 60 से अधिक लोगों के नाम से खाते खोलकर हर खाते से नौ से 12 लाख रुपये निकाले।
इसके बाद जैदपुर, सतरिख, हैदरगढ़ व लोनीकटरा थाना क्षेत्र में आठ केस दर्ज हुए। कुछ दिन पहले तक पीड़ित सामने आते रहे। एक अधिकारी के अनुसार करीब 150 खातों की जांच चल रही है। इनमें 60 से अधिक खातों से ऋण निकाले जाने की बात पता चल रही है। इन आठ में से एक केस में आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल हो चुका है। जैदपुर कोतवाल अमित सिंह ने बताया कि जांच चल रही है जल्द ही आरोप पत्र दाखिल किए जाएंगे।
बैंक की विजिलेंस एक-एक बिंदु पर जांच करती है। एक अधिकारी के अनुसार बरौली मलिक शाखा को विजिलेंस ने अपनी निगरानी में ले लिया है। यहां तक कि क्षेत्रीय प्रबंधक व अन्य अफसरों को भी बैंक में जाने से पहले अनुमति लेने की बात कही गई है।
एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, इंडियन बैंक में भोले-भाले लोगों को लालच देकर खाता खुलाकर उनमें अवैध लेनदेन करने के मामलों की रिपोर्ट भारतीय रिजर्व बैंक ने तलब की है। एलडीएम विवेक कुमार ने बताया कि ऐसे मामलों में रिजर्व बैंक काफी गंभीर रहता है। उन्होंने बताया कि इंडियन बैंक के जिला समन्वयक से भी बैंक के खाते में हुए अवैध लेनदेन की रिपोर्ट मांगी गई है।