अनुशासन छात्रों का आभूषण है – श्रीमती आभा कला आई. आर. एस. (प्रिंसिपल कमिश्नर इनकम टैक्स)
फर्रुखाबाद। (आवाज न्यूज ब्यूरो) सीपी इंटरनेशनल स्कूल में वार्षिक महोत्सव xenium 2nd के उपलक्ष्य में रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि आभाकला आईआरएस . (प्रिंसिपल कमिश्नर इनकम टैक्स) लखनऊ एवम देवाशीष दास आईआरएस ( पूर्व प्रिंसिपल कमिश्नर इनकम टैक्स) लखनऊ एवम् विशिष्ट अतिथि मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी विधायक फर्रुखाबाद व जाने – माने उद्योगपति सत्यप्रकाश अग्रवाल ( मैनेजर सीपी विद्यालय समूह) तथा सीपी विद्यालय समूह की निदेशिका डॉ मिथिलेश अग्रवाल (संरक्षक स्काउट गाइड) ने अपने कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलन करके किया।अतिथि सहित उपनिदेशिका अंजू राजे, एमडी ज्योत्स्ना अग्रवाल, प्रधानाचार्य डॉ विनोदचंद्र शर्मा ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित की तथा स्काउट गाइड का इनोग्रेशन किया।
स्काउट गाइड ने अलग अलग राज्यो की संस्कृति को दर्शाते हुए सात टेंट लगाकर लगाकर कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
मैनेजर सत्यप्रकाश अग्रवाल, निर्देशिका मिथिलेश अग्रवाल, एमडी ज्योत्स्ना अग्रवाल, उपनिदेशिका अंजू राजे , प्रधानाचार्य विनोद चन्द्र शर्मा ने अतिथियों को बुके देकर सम्मानित किया।
स्काउट एवं गाइड इंचार्ज श्रवण कुमार मिश्र एवम् मीनल गौड़ ने कलर पार्टी के साथ अतिथि को बुके देकर सम्मानित किया।
सरस्वती वंदना प्रस्तुत की ।
तत्पश्चात एमडी ज्योत्स्ना अग्रवाल ने कहा बच्चे राष्ट्र निर्माण का सर्व श्रेष्ठ स्तंभ हैं । के समूह ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया।
प्रधानाचार्य डॉ विनोद चन्द्र शर्मा ने वार्षिक उपलब्धियों का विवरण दिया।
होली के रंग कान्हा के संग गीत पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी।
शोशल मीडिया के नाजायज प्रयोग पर अभिनय प्रस्तुत किया ।
निर्देशिका डॉ मिथिलेश अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में बताया कि बच्चे और टीचर जो ठान लें उसे पूरा होने से कोई रोक नहीं सकता है । इसलिए मेरा प्रयास है कि बच्चों व शिक्षकों को अधिक से अधिक सुविधा एवम् सम्मान प्राप्त होता रहे ताकि वह विश्व में देश को सम्मान दिलाने में सफलता प्राप्त करें।
मैनेजर सत्यप्रकाश अग्रवाल ने बताया विद्यालय को जो भी आवश्यकता होगी उसको पूरा करने के लिए मैं प्रति वद्ध हूं।
मुख्य अतिथि आभाकाला आईआरएस ( प्रिंसिपल कमिश्नर इनकम टैक्स लखनऊ ) ने बताया कि छात्र देश का भविष्य है परन्तु छात्रों को पढ़ाई के साथ साथ अपने कल्चर को नहीं भूलना चाहिए उनको एजुकेशन और समाज में बैलेंस करके चलना चाहिए।
पिरामिड के माध्यम से संदेश दिया कि ऊंचाई कितनी भी हों हौसला बुलंद होना चाहिए ।स्काउट एवं गाइड ने ‘जो औरों के काम आए ‘ कब्बाली के द्वारा धूम मचा दी।
नन्हे मुन्ने बच्चों ने नव वर्ष के आगमन पर नृत्य दर्शाकर लोगों को तालियों की बौछार करने पर मजबूर कर दिया।
बच्चों ने अखंड भारत नृत्य प्रस्तुत किया जिससे पूरा प्रांगण करतल ध्वनि से गूंज उठा।
राष्ट्र गान के साथ कार्य क्रम का समापन हुआ।
कार्य क्रम की सफलता में समस्त शिक्षकों का योगदान रहा।