नई दिल्ली। (आवाज न्यूज ब्यूरो) नीतीश कुमार ने रविवार (28 जनवरी) को नौवीं बार बिहार के सीएम पद की शपथ ली। शपथ लेने के थोड़ी देर बाद सीएम नीतीश मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि हम पहले भी साथ थे (बीजेपी)। बीच में कहीं गए और फिर इधर हमारी पार्टी के लोगों को लग रहा था और ये तय हो गया कि अब हम लोग हमेशा के लिए एक साथ रहेंगे। हमारे अलावे आठ लोगों का शपथ हो गया है। बाकी जो बचे हैं, उनका भी जल्दी शपथ हो जाएगा। सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा को उपमुख्यमंत्री के रूप में हमने मान्यता दे दी है। हम बिहार के विकास के लिए काम करते हैं और इसी को आगे बढ़ाएंगे और इसी में लगे रहेंगे।
नीतीश कुमार ने पिछले महीने जब पार्टी की कमान ललन सिंह से अपने हाथ में ले ली थी तभी से राज्य में सरकार बदलने की सुगबुगाहट थी। उन्होंने एक कदम आगे बढ़ते हुए ‘इंडिया’ गठबंधन के संयोजक पद का ऑफर भी ठुकरा दिया था। इसके बाद से सबकी निगाहें उनके अगले कदम पर थी। इस बीच केंद्र सरकार की ओर से कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा कर दी गई। नीतीश कुमार ने खुलकर इसके लिए पीएम मोदी का आभार जताया बल्कि परिवारवाद को लेकर जो बयान दिया उससे माना जाने लगा कि जेडीयू और आरजेडी गठबंधन में दरार आ गई है। आखिरकार रविवार सुबह नीतीश कुमार ने महागठबंधन से अलग होने का औपचारिक ऐलान भी कर दिया।
उधर, पीएम मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर नीतीश कुमार को बधाई दी और कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार राज्य के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार में मंत्री पद के रूप में शपथ लेने पर भारतीय जनता पार्टी के नेता सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को भी बधाई दी तथा विश्वास जताया कि बिहार सरकार की नई टीम पूरे समर्पण भाव से राज्य के लोगों की सेवा करेगी। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘बिहार में बनी एनडीए की सरकार राज्य के विकास और यहां के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री और सम्राट चौधरी जी एवं विजय सिन्हा जी को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर मेरी बहुत-बहुत बधाई। मुझे विश्वास है कि यह टीम पूरे समर्पण भाव से राज्य के मेरे परिवारजनों की सेवा करेगी।