कन्नौज : कचहरी में तारीख पर आए युवक पर कट्टे से फायर, मचा हड़कंप

बृजेश चतुर्वेदी

कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) आज दोपहर के समय तारीख पर कोर्ट पहुंचे एक युवक पर दूसरे पक्ष के युवक ने फायर कर दिया। इससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। फायरिंग करने वाले युवक को तमंचे के साथ वकीलों ने दबोच लिया और फिर जमकर पिटाई करते हुए पुलिस के हवाले कर दिया गया।

हालांकि, इस घटना से गुस्साए वकीलों ने पुलिस कर्मियों को खरी-खोटी सुनाई। इसके बाद नारेबाजी करते हुए अपर जिला जज के चेम्बर पहुंचे। वकीलों ने अधिवक्ता चैंबर की सुरक्षा की मांग न्यायिक अधिकारियों के समक्ष रखी।

सदर कोतवाली क्षेत्र के भगतगाढ़ा गांव के रहने वाले चंदन शुक्रवार को एक केस की तारीख लेने के लिए कोर्ट आए थे। यहां वह एफटीसी सेकेंड की कोर्ट से लौट कर अधिवक्ता चेम्बर की तरफ जा रहे थे, तभी लाइब्रेरी के पास सामने से दूसरी पार्टी का युवक आ गया। चंदन को देखते ही उसने तमंचा तानकर फायर कर दिया। हाथ मे तमंचा देखकर चंदन जमीन पर गिर गया, जबकि गोली उसके पीछे दीवार में जा लगी। फायरिंग करने के बाद युवक ने भागने की कोशिश की, लेकिन तब तक वह सी ब्लाक के बाहर एक अधिवक्ता की मेज से टकरा कर गिर गया। उधर फायरिंग की आवाज सुनकर अफरा-तफरी मच गई और वकीलों ने फायरिंग करने वाले युवक को तमंचा समेत दबोच लिया। आरोपी की धुनाई करते हुए वकीलों ने पुलिस को सौंप दिया।

सदर कोतवाली क्षेत्र के कटरा गांव निवासी पिंटू और भगतगाढ़ा गांव निवासी कृपाल सिंह के बेटों के बीच 24 मई 2023 को झगड़ा हो गया था। यहां मारपीट और फायरिंग के दौरान एक पक्ष से कटरा निवासी पिंटू की मौत हो गई थी। इस मामले में मृतक पिंटू के बेटे आदेश ने दूसरे पक्ष के 4 सगे भाइयों शेखर, कल्लू, मुल्लू और चंदन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवा दिया था। इस मामले में एक आरोपी मुल्लू अभी भी जेल में बन्द है जबकि उसके 3 भाई जमानत पर जेल से बाहर आ गए थे। ऐसे में शुक्रवार को उसी मुकदमें की तारीख लेने के लिए चंदन शुक्रवार को कोर्ट पहुंचा था। बताया गया कि कोर्ट में ही वादी पक्ष से आदेश भी आया था। वह तमंचा लगाकर एफटीसी कोर्ट के आसपास घूमता रहा। जब चंदन वकीलों के चेम्बर की तरफ जा रहा था, तभी आदेश ने लाइब्रेरी के पास उसके ऊपर फायर कर दिया। जिसमें वह बाल-बाल बच गया।

दिन दहाड़े कोर्ट परिसर में फायरिंग की घटना से वकील उत्तेजित हो गए। उन्होंने एकजुट होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। अधिवक्ता कौशलेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि एक युवक दूसरे पक्ष के युवक को हत्या करने के लिए तमंचा और कारतूस लेकर कोर्ट में घूमता रहा। जबकि सुरक्षा कर्मी बैठकर मोबाइल चलाते हैं या फिर धूप में आराम फरमाते रहते हैं। जिस कारण फायरिंग की घटना को अंजाम देने में युवक कामयाब हो गया। अगर सुरक्षा कर्मी सक्रिय होते तो ये वारदात नहीं होती। वकीलों ने अधिवक्ता चेम्बर परिसर में भी सुरक्षा कर्मी तैनात करने की मांग की है।

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