जन विश्वास यात्रा में उमड़ी भारी भीड़
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) पिछले विधानसभा चुनाव में कन्नौज की जनता ने भाजपा को सांसद और दो विधायक देकर सपा को प्रदेश से उखाड़ने का काम किया। सपा के जो थोड़े बहुत अवशेष बचे हैं, उन्हें 2022 में खत्म करने का दायित्व यहां की जनता को एक बार फिर उठाना होगा। यह बात जन संवाद यात्रा के दौरान कानून मंत्री बृजेश पाठक ने कही।उन्होंने कहा कि 2017 से पहले कन्नौज में रोशनी होती थी, पूरा प्रदेश में अंधेरा रहता था, लेकिन अब पूरे प्रदेश को बिजली मिल रही है। देश को आतंकवाद से मुक्त करने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश को गुंडों से मुक्त करने का काम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। सांसद सुब्रत पाठक ने भाजपा सरकार में बिना किसी भेदभाव के विकास कार्य कराए। सरकारी योजनाओं का लाभ अंतिम पायदान के व्यक्ति तक पहुंचा। पूर्व राज्यमंत्री अर्चना पांडेय ने कहा कि यात्रा से लेकर जनसभा तक में उमड़ी भीड़ ने मुझ पर अपना भरोसा दिखाया। पिता रामप्रकाश त्रिपाठी की तरह मैं भी जनता के इस भरोसे को कभी भी टूटने नहीं दूंगी।यात्रा को सांसद रामशंकर कठेरिया, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष दिनेश सिंह, राम किशोर साहू, आनंद सिंह, जिलाध्यक्ष नरेंद्र राजपूत व जिला उपाध्यक्ष गौरव दुबे ने भी संबोधित किया।क्षेत्रीय उपाध्यक्ष एवं जिला प्रभारी मुखलाल पाल ने कहा कि काशी कॉरिडोर के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 239 करोड़ रुपये लगाए तो भगवान भोलेनाथ ने उन्हें कन्नौज से 300 करोड़ वापस कर दिए। मथुरा के जीर्णोद्धार के लिए धनराशि कन्नौज से ही निकलेगी।जन विश्वास यात्रा ने कल छिबरामऊ विधान सभा क्षेत्र से जिले में प्रवेश किया था जहां ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने नेहरू डिग्री कालेज प्रांगण में इसे संबोधित किया था। आज यह यात्रा तिर्वा विधान सभा क्षेत्र पहुंची जहां प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक, साँसद सुब्रत पाठक, जिलाध्यक्ष नरेंद्र राजपूत और विधायक कैलाश राजपूत ने इसका नेतृत्व किया। तिर्वा कस्वे के अवंतीबाई चौराहे पर पूर्व चेयरमैन विनोद गुप्ता और भाजयुमो के जिला महामंत्री आकाश गुप्ता ने इसका फूल मालाओं से स्वागत किया।जन विश्वास यात्रा में साथ चल रहे लगभग पांच सौ से अधिक वाहनों की भीड़ से नगर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। जनसभा स्थल पर ही वाहनों की भीड़ के कारण जाम की स्थिति बन गई। जनसभा के समाप्त होने के बाद सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिस कर्मियों को यातायात व्यवस्था को सुचारु करने में कई घंटे तक पसीना बहाना पड़ा।