बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) यातायात प्रभारी आफ़ाक़ खां द्वारा के बी एस मेमोरियल पब्लिक स्कूल कन्नौज में सड़क सुरक्षा पखवाड़ा के अंतर्गत यातायात जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें यातायात प्रभारी द्वारा छात्र एवं छात्राओं को यातायात नियमों की महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। प्रभारी द्वारा बताया गया कि सड़क को पैदल क्रास करने का नियम क्या है। दो पहिया वाहनों पर तीन लोगों को सवार होने के लिए क्यों मना किया जाता है। हेलमेट लगाना क्यों जरूरी है। सीटबेल्ट न लगाने से क्या नुकसान होता है और सीट बेल्ट लगाने से क्या फायदा होता है। प्रभारी द्वारा बताया गया कि सड़क को पैदल क्रॉस करते समय कभी भी रोड के किनारे खड़ी गाड़ियों के पास से सड़क पार नहीं करनी चाहिए। ग्रीन क्रॉस कोड में चार चीजें होती है। रुको,देखो,सुनो तब सोच समझ कर चलो। इनको हमेशा याद रखना चाहिए। हेलमेट धारण न करने से किस तरह लोगों की जान चली जाती है। आपातकालीन वाहनों को रास्ता न देने पर 10,000/रुपए जुर्माना होता है। आपातकालीन वाहनों में सबसे महत्वपूर्ण फायर ब्रिगेड का वाहन होता है। एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस की गाड़ियां आपातकालीन वाहनों में आती है। इनके द्वारा दिए गए सायरन की आवाज पर अपने वाहनों को सड़क के किनारे ले जाना चाहिए। ताकि आपातकालीन वाहनों को बिना किसी अवरोध के समय से अपने लक्ष्य तक पहुंचने दिया जाए। गोल्डन आवर के बारे में और गुड सेमेरिटन के बारे में विस्तार से समझाया गया। यातायात प्रभारी द्वारा छात्र एवं छात्राओं से यातायात संबंधी सवाल पूछे गए। जिनके तीन छात्रों ने जवाब दिए। प्रभारी द्वारा तीन छात्र एवं छात्राओं को पुरस्कार देकर उत्साहवर्धन किया। जिसमें आदर्श , प्रिंस और संध्या को पुरस्कार दिया गया।प्रभारी द्वारा बताया गया कि लोग 9 माह से 4 साल तक के बच्चों को अधिकतर आगे स्कूटी में या मोटरसाइकिल में बैठा कर चलते हैं। जो कि बेहद खतरनाक है। गवर्नमेंट द्वारा मोटर वाहन अधिनियम में बदलाव करते हुए 9 माह से 4 साल तक के बच्चों के लिए सेफ्टी हार्नेस बेल्ट का प्रयोग अनिवार्य कर दिया है। ताकि 9 माह से 4 साल तक के बच्चों को राइडर के पीछे सुरक्षित ढंग से बैठाया जा सके। और साइकिल हेलमेट या क्रैश हेलमेट लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं। ताकि छोटे बच्चों को भी सड़क दुर्घटनाओं से बचाया जा सके। इस मौके पर केबीएस मेमोरियल पब्लिक स्कूल के अध्यापक एवं अध्यापिकाएं व प्रिंसिपल और मुख्य आरक्षी विजय बाबू आरक्षी धनीराम व मुख्य आरक्षी मुबीन खां मौजूद रहे।