बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज। (आवाज न्यूज ब्यूरो) राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर आज जनपद न्यायालय कन्नौज की मीटिंग हाल में अण्डर ट्रॉयल रिव्यू कमेटी की बैठक आहूत की गयी। बैठक में शुभ्रान्त कुमार शुक्ला जिलाधिकारी, अमित कुमार आनन्द पुलिस अधीक्षक, लवली जायसवाल, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश / पूर्णकालिक सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पी०के० त्रिपाठी, जेल अधीक्षक, जिला कारागार द्वारा प्रतिभाग किया गया।
बैठक में जेल अधीक्षक द्वारा धारा 436 ए सीआरपीसी से आच्छादित 2 ऐसे विचाराधीन बंदी जो कारित अपराध की अधिकतम सजा की आधी अवधि व्यतीत कर चुके हैं का विवरण प्रस्तुत किया गया। समिति के सदस्यों द्वारा उक्त दोनो विचाराधीन बंदियों के मामलों का अवलोकन कर संबंधित न्यायालय में उक्त विचारधीन बंदियों की रिहाई हेतु आवेदन प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया।
जिला जज-प्रथम/नोडल अधिकारी चन्द्रोदय कुमार द्वारा बताया कि धारा 436 (क) ८०५०सं० संहिता से आच्छादित एवं ऐसे विचाराधीन बन्दी जिनकी जमानत न्यायालय से हो चुकी है परन्तु जमानतगीर के अभाव में कारागार में निरूद्ध है ऐसे विचाराधीन बंदियों जिनके विरुद्ध अधिकतम 07 वर्ष के दण्डादेश संबंधित अपराध विचारण हेतु लम्बित और वे कारागार में निरूद्ध है उनके नियमानुसार रिहायी हेतु माह नवम्बर तक कैम्पेन चलाया जा रहा है और इसी कैम्पेन के तहत उक्त बंदियों की नियमानुसार रिहायी हेतु राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ द्वारा आवश्यक कार्यवाही किये जाने के हेतु निर्देश निर्गत किये गये है।
बैठक के बाद लवली जायसवाल अपर जिला जज / सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विनोद दीक्षित अस्पताल में स्थित वन स्टाप सेंटर का निरीक्षण किया गया निरीक्षण दौरान सेंटर प्रबन्धक विनीता सहित अन्य स्टाफ उपस्थित पाया गया।
सचिव द्वारा निरीक्षण के दौरान चाइल्ड लाइन का अस्थायी रूप से वन स्टाप सेन्टर पर कार्यालय के बारे में जानकारी ली गयी जिसके सेन्टर में तैनात कर्मी द्वारा बताया गया कि वन स्टाप सेन्टर का कार्यालय पाल चौराहे के पास स्पर्श हास्पिटल के निकट बनाया जा रहा है।
सचिव द्वारा चाइल्ड हेल्प लाईन के रजिस्टरो एवं दस्तावेजों का निरीक्षण किया गया जिसमें खोये तथा पाये बच्चों को संबंध में अंकित सूचना रजिस्टर का अवलोकन किया गया एवं पीडित महिलाओं एवं बच्चियों की समस्याओं के निवारण के लिये चल रही योजनाओं की समीक्षा की गयी। वन स्टाप सेन्टर पर लम्बित प्रकरणों में पीडिताओं के लिये उपलब्ध सुविधाओं स्वास्थ्य तथा उनको दी जा रही अन्य चिकित्सीय सुविधिओं, पुलिस सुरक्षा, कानूनी सलाह व अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी ली गयी।
सचिव द्वारा वन स्टाप सेन्टर की प्रबन्धक विनीता कुमारी एवं पराविधिक स्वयं सेवक सीमा बानों को निर्देशित किया गया कि महिला और बच्चियों जिनको विधिक सहायता की आवश्यकता हो उनके मामले को चिहिन्त कर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कन्नौज के कार्यालय में सूचित करे ताकि उनको विधिक सहायता दी जा सके।