बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) एक गांव में पुलिस की मौजूदगी में राजस्व टीम ने निर्माणाधीन मकान ध्वस्त करवा दिया। इस दौरान महिलाओं की पुलिस टीम से बहस भी हुई। पीड़ित ग्रामीण ने आरोप लगाया कि उसका मकान बिना किसी नोटिस के ध्वस्त करवा दिया गया, जोकि सरासर गलत है।
मामला इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के खेमपुरवा गांव का है। जहां के रहने वाले रामबाबू अपने मकान का निर्माण करवा रहे थे। इस बीच वहां पुलिस को साथ लेकर राजस्व टीम पहुंच गई और जेसीबी की मदद से निर्माणाधीन मकान को ढहाने के प्रयास शुरू कर दिए। यहां जेसीबी मशीन से मकान गिराने की कार्रवाई शुरू होते ही रामबाबू के परिवार की महिलाएं आ गईं और हंगामा करने लगीं।
ध्वस्तीकरण की कार्यवाही का विरोध करते हुए महिलाओं ने पुलिस कर्मियों के साथ धक्कामुक्की कर दी। हालांकि इसके बावजूद राजस्व टीम ने जेसीबी की मदद से कुछ ही देर में निर्माण को ध्वस्त करवा दिया।
इस मामले को लेकर रामबाबू ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह अपनी जगह में निर्माण कार्य करवा रहे थे। इसके बावजूद अफसरों ने उनके निर्माणाधीन मकान को ध्वस्त करवा दिया। उन्होंने बताया कि ध्वस्तीकरण की कार्यवाही से पहले न तो उन्हें किसी तरह की नोटिस दी गई और न ही कोई सूचना दी गई थी। अचानक से पुलिस लेकर राजस्व टीम पहुंची और कार्यवाही शुरू कर दी, जोकि गलत है।
दूसरी तरफ इस मामले को लेकर तिर्वा एसडीएम अशोक कुमार का कहना है कि रामबाबू द्वारा ग्राम समाज की जमीन और अवैध निर्माण कराया जा रहा था। जिसको जांच करवा कर ध्वस्त करवा दिया गया। पुलिस टीम से महिलाओं की भिड़ंत मामले की जांच कराने की बात एसडीएम ने कही है। उन्होंने कहा कि दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी।