‘‘अखिलेश हमेशा मुझे अपने बगल में बिठाते हैं : अवधेश प्रसाद’’
लखनऊ। (आवाज न्यूज ब्यूरो) अयोध्या में भालपा की करारी हार ने देशव्यापी बहस छेड़ दी है। इस पर मोहनलालगंज से सपा सांसद आरके चौधरी ने इसे लेकर भाजपा पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राम के नाम पर बीजेपी वोट ले रही थी लेकिन राम सबके हैं। राम का कोई बंटवारा नहीं कर सकता है। बीजेपी ने राम को बांट कर रखा था लेकिन अयोध्या के लोगों ने समझदारी दिखाई ये बता दिया कि राम सबके हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का यही रवैया रहा तो पूरी पार्टी मिट जाएगी।
आप को बता दें कि फैजाबाद (अयोध्या) लोकसभा सीट पर बीजेपी की करारी हार और इस सीट पर सपा उम्मीदवार अवधेश प्रसाद का जीतना बीजेपी के लिए टेंशन बढ़ा दी है। वहीं सपा सांसद अवधेश प्रसाद का कहना है कि अयोध्या किसी की बपौती नहीं है, ये प्रभु श्रीराम की धरती है। उन्होंने कहा कि हमसे बड़ा राम भक्त तो कोई नहीं हो सकता। मेरे दादा के नाम में राम, मेरे पिता के नाम में राम, मेरे भाई के नाम में राम, मेरे ससुर के नाम में राम, मैं खुद अयोध्या का रहने वाला हूं. मुझसे ज्यादा भगवान राम के करीब और कौन हो सकता है? अवधेश प्रसाद ने कहा कि आप मुझे राम-राम से अभिवादन करें या जय श्री राम कहकर अभिवादन करें, मुझे दोनों स्वीकार है। मैं भेदभाव या बांटने वाली राजनीति नहीं करता।
एक निजी चैनल पर इंटरव्यू में सपा सुप्रीमो को धन्यवाद देते हुए अवधेश प्रसाद ने कहा कि अखिलेश जी ने मुझे सामान्य सीट से चुनावी मैदान में उतारा। 6 महीने पहले उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं आपको सम्मान देना चाहता हूं। वह हमेशा मुझे अपने बगल में बिठाते हैं। कोलकाता भी ले गए तो मुझे साथ में ले गए। राष्ट्रीय कमेटी में जब बिठाया तो मुझे बगल में बिठाया। विधानसभा में भी मैं उनके बगल में बैठता हूं। मैंने उनसे कहा कि आप हमेशा मुझको सम्मान देते हैं।
अवधेश प्रसाद ने दावा किया कि मैं प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ भी अयोध्या से चुनाव लड़ने को तैयार था अगर वह आते। चर्चा भी थी कि प्रधानमंत्री मोदी खुद अयोध्या से उम्मीदवार होंगे। मैं भी खुश था कि पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा। ‘जो राम को लाए हैं…’ के नारे पर तंज कसते हुए अवधेश प्रसाद ने कहा कि बताइए भला ये लोग भगवान के साथ ऐसा करते हैं। वहीं, बीजेपी की हार पर अयोध्या के लोगों पर कथित तौर पर गलत कमेंट करने वालों पर भी अवधेश प्रसाद ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि जो भी लोग अयोध्या हारने पर कमेंट कर रहे हैं। दरअसल वह लोग अयोध्या को जानते नहीं हैं। आम अयोध्यावासी बहुत परेशान था, लेकिन श्रद्धालु और पर्यटक में अंतर होता है।