‘‘हमारा संविधान भारतीय लोकतंत्र का एक पवित्र ग्रंथ है, जबकि सेंगोल राजतंत्र का प्रतीक है। हमारी संसद लोकतंत्र का मंदिर है, किसी राजे-रजवाड़े का महल नहीं।’’
नई दिल्ली।(आवाज न्यूज ब्यूरो) सपा सांसद आरके चौधरी ने एक चिट्ठी लिख कर मांग की है कि संसद में लगे सेंगोल को हटाया जाए। सांसद आरके चौधरी ने संसद में लगें सेंगोल पर सवाल उठाते हुए इसे संसद से हटाने की मांग की है। इसे लेकर हंगामा मच गया है। सपा सांसद आरके चौधरी ने स्पीकर और प्रोटेम स्पीकर को चिट्ठी में लिखा है कि सेंगोल की जगह भारतीय संविधान की विशालकाय प्रति स्थापित की जाए। सेंगोल राजतंत्र का प्रतीक है।
सपा सांसद आरके चौधरी ने कहा, आज मैंने इस सम्मानित सदन में आपके समक्ष सदस्य के रूप में शपथ ली है कि मैं विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगा लेकिन मैं सदन में पीठ के ठीक दाईं ओर सेंगोल देखकर हैरान रह गया। महोदय, हमारा संविधान भारतीय लोकतंत्र का एक पवित्र ग्रंथ है, जबकि सेंगोल राजतंत्र का प्रतीक है। हमारी संसद लोकतंत्र का मंदिर है, किसी राजे-रजवाड़े का महल नहीं। इसके अलावा आरके चैधरी ने आगे कहा कि ‘मैं आग्रह करना चाहूंगा कि संसद भवन में सेंगोल हटाकर उसकी जगह भारतीय संविधान की विशालकाय प्रति स्थापित की जाए।’