बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) महिला विकास केन्द्र के स्वर्ण जयंती वर्ष में चल रहे आयोजनों में महिला कवि सम्मेलन आठवीं शताब्दी के बाबा कालेश्वर नाथ मंदिर सिखाना में सम्पन्न हुआ।
संस्था की अध्यक्षा मधू शुक्ला की अध्यक्षता व एस. डी. इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या रीना कन्नौजिया के मुख्य आतिथ्य में दो घंटे से ऊपर चले कवि सम्मेलन में श्रोताओं ने तालियों कि गड़गड़ाहट में मंत्र – मुग्ध होकर काव्य पाठ का आनंद लिया | कानपुर से पधारी अंजना बाजपेई ने अपने ” मैं तो थी बांस की बेजान सी लकीर अधरो से तूने छूकर बंशी बना दिया” सहित राजनीति व राम पर रचना सुनाकर श्रोताओं की तालियां बटोरी |
छिबरामऊ से पधारी दीपमाला शाक्य ने तरन्नुम में गीत पढ़कर वाहवाही लूटी जब कि बेटियों कि रचना ने वातावरण को गंभीर बना दिया देखे उनकी यह पंक्तियां –
” कहां गया वो, प्यारा प्यारा सा बचपन |
दौड़ भाग और, आंख मिचौली से गूंजे आंगन ||
कवियत्री साधना यादव ने ” आज कहूंगी मै खुद को, आज पढूंगी मै खुद को” जैसे गीत और मुक्तक पढ़कर श्रोताओं का प्यार बटोरा |
कवियत्री कल्पना भट्ट ने अपनी रसमय वाणी से “मन शीतल तन शीतल पावस की बयार शीतल – भर देती जो प्रेम कलश प्रीति वाणी से सरल” सुनाकर श्रोताओं को आनंदित किया |
कार्यक्रम का सफल संचालन कर रही अंजू दीक्षित की वाणी वंदना से शुभारम्भ हुए कार्यक्रम में आपका यह गीत का काफी सराहा गया देखिए उनकी पंक्तियां –
” मेरा मन कुछ ऐसा सोचे मन को छूता गीत लिंखू
मर्यादा की डोर में बंधकर आसमान में उड़ती फिरू”
मुख्य अतिथि ने सभी कवित्रियों का शाल, पट्टिका उढ़ाकर माला पहनाकर कन्नौज की सुगंध, बाबा का चित्र व सदसाहित्य प्रदानकर सम्मानित किया |
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि रीना कन्नौजिया ने सभी कवित्रियों के काव्य पाठ की सराहना करते हुए कहा कि मै 11 वर्ष से कन्नौज में हूं कई कवि सम्मेलन कन्नौज में हुए मगर मेरे संज्ञान में यह पहला महिला कवि सम्मेलन है जिनमें इन पंच कवित्रियों ने रसमय वाणी से आज के आयोजन को स्मरणीय बना दिया |
इस अवसर पर महामंत्री अनीता सक्सेना, उपाध्यक्ष ममता दुबे, संयोजक कांति सैनी, सुमन तिवारी, गुरुकुल एकड़ेमी इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या मोनिका श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों का स्वागत अभिन्नदन किया | आभार अध्यक्ष मधु शुक्ला ने व्यक्त किया |