‘‘मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तभी बैठूंगा, जब लोग मुझे ईमानदारी का प्रमाणपत्र देंगे। मैं जेल से बाहर आने के बाद अग्निपरीक्षा देना चाहता हूं।’’
नई दिल्ली। (आवाज न्यूज ब्यूरो) जेल से बाहर आते ही अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है। केजरीवाल ने आप दफ्तर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि दो दिन बाद वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने दिल्ली में समय से पहले चुनाव कराने की मांग की है।
सूत्रों की मानें तो केजरीवाल अपने इस्तीफे के 15 दिनों के भीतर सीएम आवास खाली कर देंगे। हालांकि यह एक प्रोटोकॉल का हिस्सा है। पद से इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री को अपने आवास को 15 दिनों के भीतर खाली करना पड़ता है। बता दें कि दिल्ली में कोई आधिकारिक सीएम आवास नहीं है। मुख्यमंत्री पद पर रहने वाला शख्स जिस घर में रहता है उसे ही ऑफिशियल सीएम आवास के तौर पर देखा जाता है।
आबकारी नीति से जुड़े कथित भ्रष्टाचार मामले में शुक्रवार को तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा हुए केजरीवाल ने कहा कि अगले कुछ दिन में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों की बैठक होगी और पार्टी के एक नेता को मुख्यमंत्री चुना जाएगा। कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के लिए पत्नी सुनीता के साथ पार्टी मुख्यालय पहुंचे केजरीवाल ने कहा कि वह मुख्यमंत्री और मनीष सिसोदिया उपमुख्यमंत्री तभी बनेंगे, जब लोग कहेंगे कि हम ईमानदार हैं। सिसोदिया को आबकारी नीति मामले में पिछले महीने जमानत मिली थी।
केजरीवाल की अप्रत्याशित घोषणा के बाद, उनकी जगह लेने वाले संभावित व्यक्तियों में उनकी पत्नी सुनीता और दिल्ली के मंत्रियों आतिशी व गोपाल राय के नाम चर्चा में हैं। केजरीवाल ने कहा, मैं दो दिन बाद इस्तीफा दे दूंगा और लोगों से पूछूंगा कि क्या मैं ईमानदार हूं? जब तक वे जवाब नहीं देते, मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। उन्होंने कहा, दिल्ली में फरवरी में चुनाव होने हैं, लेकिन मेरी मांग है कि राष्ट्रीय राजधानी में चुनाव महाराष्ट्र के साथ नवंबर में कराए जाएं… मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तभी बैठूंगा, जब लोग मुझे ईमानदारी का प्रमाणपत्र देंगे। मैं जेल से बाहर आने के बाद अग्निपरीक्षा देना चाहता हूं।
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा ने उन्हें भ्रष्ट साबित करने की कोशिश की है। उन्होंने दावा किया कि भगवा पार्टी लोगों को अच्छे स्कूल और मुफ्त बिजली मुहैया नहीं करा सकी क्योंकि वे भ्रष्ट हैं। उन्होंने कहा, “हम ईमानदार हैं।” दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, वे गैर-भाजपा मुख्यमंत्रियों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करते हैं। अगर मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार किया जाता है, तो मैं उनसे आग्रह करता हूं कि वे इस्तीफा न दें, बल्कि जेल से ही अपनी सरकार चलाएं।
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