बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज।(आवाज न्यूज ब्यूरो) पुलिस के सामने दलित का मकान और उसकी दुकान को बुलडोजर से ढहा दिया गया। परिवार की महिलाओं ने विरोध किया और बुलडोजर के सामने बैठ गईं। महिला थाना इंचार्ज ने महिलाओं और युवतियों की पिटाई की और उन्हें जमीन पर घसीटा।
मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के नसरापुर का है। यहां कन्नौज-तिर्वा रोड पर गांव के रहने वाले आशीष कुमार ने मकान बनवाया था। मकान के आगे दुकानें बनवा रखी थीं। उस जमीन पर तिर्वा का महेंद्र गुप्ता दावा कर रहा है। इसी विवाद में सोमवार को सरायमीरा चौकी और महिला थाने की फोर्स नसरापुर पहुंची। प्रशासन ने विरोध के बावजूद मकान और दुकानें ढहा दी हैं।
जमीन विवाद में चला बुलडोजर
जानकारी के अनुसार, आशीष कुमार ने कुछ साल पहले तिर्वा के रहने वाले महेंद्र गुप्ता से किराए पर जमीन ली थी। जहां उसने बिल्डिंग मटेरियल की दुकान कर ली। कुछ समय पहले महेंद्र ने आशीष को जगह खाली करने के लिए कहा तो दोनों में विवाद हो गया। तब स्थानीय लोगों ने मध्यस्थता करा दी। शर्त रखी गई कि या तो आशीष उस जमीन की कीमत देकर उसे खरीद ले या फिर उस जगह को खाली कर दे।
आशीष उस जगह को खरीदने के लिए राजी हो गया। आशीष ने इसके लिए कुछ पैसे एडवांस भी दिए थे। इसके बाद आशीष और महेंद्र के बीच पुलिस को झगड़े की सूचना मिली थी।
सपा कार्यकर्ताओं ने कहा- अखिलेश तक पहुंचाएंगे मामला
बुलडोजर कार्रवाई की खबर पाकर सपा नेत्री शशिमा सिंह दोहरे मौके पर पहुंचीं। उन्होंने पुलिस कार्रवाई का विरोध किया। उन्होंने कहा- पुलिस जानबूझकर दलितों का उत्पीड़न कर रही है। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई से पहले नोटिस दिया जाना चाहिए था। इस मामले को सपा प्रमुख अखिलेश यादव तक पहुंचाया जाएगा।
सीओ सिटी का बयान
कोतवाली कन्नौज क्षेत्र के गांव नसरापुर का एक वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से संज्ञान में आया है कि एक व्यक्ति द्वारा दुकानों को तोड़ा जा रहा है जांच में पाया गया कि महेंद्र कुमार गुप्ता पुत्र राम रतन गुप्ता निवासी सीहपुर थाना तिर्वा जनपद कन्नौज द्वारा ग्राम नसरापुर में अपनी निजी भूमि पर निर्मित दुकानों को तोड़ा गया जिसमे विपक्षीगण द्वारा व्यवधान उत्पन्न किया जा रहा था। मौके पर विवाद होने की सूचना पर पुलिस पहुंची व शांति व्यवस्था हेतु आवश्यक विधिक कार्यवाही की गई तथा अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।